शुक्रवार, 27 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. समाचार
  3. प्रादेशिक
  4. Sukma
Written By
Last Modified: रायपुर , मंगलवार, 6 मार्च 2018 (10:38 IST)

सुकमा में नक्सलियों का कहर, बसों में लगाई आग

सुकमा में नक्सलियों का कहर, बसों में लगाई आग - Sukma
रायपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में नक्सलियों ने तीन बसों और तीन ट्रकों में आग लगा दी तथा एक पूर्व पुलिस आरक्षक की हत्या कर दी।
 
दक्षिण बस्तर क्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि जिले के दोरनापाल थाना क्षेत्र के अंतर्गत पेद्दाकुड़ती और पेंटा गांव के मध्य नक्सलियों ने तीन बसों और तीन ट्रकों में आग लगा दी है। बसें अलग अलग स्थानों से हैदराबाद के लिए रवाना हुई थी।
 
सुंदरराज ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली है कि एक बस बस्तर जिले के जिला मुख्यालय जगदलपुर से, दूसरी बस दंतेवाड़ा से तथा तीसरी बस उड़ीसा के मलकानगिरी से हैदराबाद के लिए रवाना हुई थी। मलकानगिरी से रवाना हुई बस को इस मार्ग पर पहली बार चलाया जा रहा था।
 
उन्होंने बताया कि जब सभी बसें बीती रात पेद्दाकुड़ती और पेंटा गांव के मध्य पहुंची तब हथियारबंद नक्सलियों ने उन्हें रोक लिया और यात्रियों को नीचे उतारने के बाद बसों में आग लगा दी। नक्सलियों ने इस दौरान वहां से ​गुजरने वाले तीन ट्रकों में भी आग लगा दी ।
 
पुलिस अधिकारी ने बताया कि नक्सलियों ने घटनास्थल में एक पूर्व आरक्षक मुन्ना सोढ़ी की गोली मारकर हत्या कर दी है। मुन्ना को कुछ समय पहले बर्खास्त किया गया था। उन्होंने बताया कि अभी यह जानकारी नहीं मिली है कि मुन्ना किस बस में सवार था। लेकिन आशंका जताई जा रही है कि मुन्ना किसी एक बस में सवार होकर सुकमा से अपने गांव मनीकोंटा की ओर रवाना हुआ होगा, तभी नक्सलियों ने उसे पकड़ लिया और उसे गोली मार दी।
 
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जानकारी मिलने पर पुलिस दल को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया। बाद में अन्य बसों में यात्रियों को वहां से रवाना किया गया।
 
सुंदरराज ने बताया कि पुलिस ने घटनास्थल पर नक्सली बैनर बरामद किया है जिसमें उन्होंने बीजापुर की पुजारी कांकेर नक्सली मुठभेड़ का​ विरोध किया हैं इस महीने की दो तारीख को तेलंगाना के ग्रेहाउंड पुलिस दल ने बीजापुर जिले के पुजारी कांकेर क्षेत्र में 10 नक्सलियों को मार गिराया था। (भाषा) 
ये भी पढ़ें
मेघालय में राजग की सरकार, कोनाड संगमा बने मुख्यमंत्री