हाथरस कांड में बड़ी कार्रवाई SP, DSP, इंस्पेक्टर समेत कई पुलिस अधिकारी सस्पेंड
लखनऊ। उत्तर प्रदेश (UP News) के हाथरस में गुड़िया (काल्पनिक) के साथ हुए जघन्य अपराध के बाद इलाज के दौरान उसकी मौत से जहां पूरा देश एक होकर उसे इंसाफ दिलाने के लिए सड़कों पर उतर आया है तो वही दूसरी तरफ विपक्ष ने भी योगी सरकार के खिलाफ जमकर कमर कस ली है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने सरकार की किरकिरी होते देख शुक्रवार की देर शाम बड़ा फैसला लेते हुए कई शीर्ष पुलिस अधिकारियों (Police Officer Suspended) को सस्पेंड कर दिया है।
योगी सरकार ने हाथरस की गुड़िया के मामले में पुलिस पर बड़ी कार्रवाई करते हुए हाथरस के एसपी विक्रांत वीर, डीएसपी राम शब्द, इंस्पेक्टर जगबीर सिंह समेत कई पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। योगी सरकार को यह कार्यवाही सरकार पर चौतरफा दबाव में लेनी पड़ी है।
हाथरस मामला पूरा देश में चर्चित हो गया है। विपक्षी पार्टियां गुड़िया को न्याय दिलाने के लिए सड़कों पर उतर आई है और उन्होंने योगी सरकार व पुलिस प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। विपक्ष विपक्ष उत्तर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकार पर लगातार निशाना साध रहा है। यही कारण है कि मुख्यमंत्री को पुलिस अधिकारियों का सस्पेंड करने का बड़ा निर्णय लेना पड़ा है।
सनद रहे कि हाथरस में हुए जधन्य ने अपराध के बाद से लगातार हाथरस जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे थे और विपक्ष योगी सरकार पर इन लोगों को बचाने का आरोप लगा रहे थे, जिसके चलते योगी सरकार ने हाथरस पुलिस प्रशासन पर बड़ी कार्रवाई करते हुए प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर हाथरस के एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर समेत कई पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है।
यही नहीं, योगी सरकार ने एसआईटी को सभी लोगों के नार्को टेस्ट और पॉलीग्राफ टेस्ट कराने के निर्देश भी दिए है लेकिन समाचार लिखे जाने तक हाथरस के जिलाधीश पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। पीड़िता के परिजनों ने जिलाधीश पर दबाव डालने के संगीन आरोप लगाए हैं। गुरुवार को दबाव डालने का एक वीडियो भी जारी हुआ था लेकिन जिलाधीश दबाव डालने की बातों को सिरे से खारिज कर रहे हैं।