भाजपा के लिए बुरी खबर, गठबंधन तोड़ सकती है सुभासपा
बलिया। उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) भगवा दल से तल्ख होते रिश्तों के मद्देनजर उसके साथ गठबंधन जारी रखने पर फिर से विचार करेगी।
सुभासपा के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव अरविंद राजभर ने शुक्रवार को बताया कि पार्टी के सभी पदाधिकारियों की बैठक चार जुलाई को लखनऊ में होगी। बैठक में भाजपा से गठबंधन को लेकर पुनर्विचार कर निर्णय लिया जायेगा।
उन्होंने बताया कि इस महत्वपूर्ण बैठक में गठबंधन को लेकर चर्चा के साथ ही संगठन को मजबूत बनाने, आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति, प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के राज में सुभासपा कार्यकर्ताओं की उपेक्षा, युवाओं और महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार, आरक्षण विभाजन को लेकर पार्टी द्वारा किए जाने वाले आंदोलन समेत विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श करके निर्णय लिया जाएगा।
बैठक में दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा प्रदेश के काबीना मंत्री ओम प्रकाश राजभर भी मौजूद रहेंगे। यह बैठक भाजपा की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के भाजपा से तल्ख होते रिश्तों के मध्य अहम मानी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि सुभासपा अध्यक्ष राजभर पिछड़ों के साथ अन्याय होने तथा अधिकारियों द्वारा पार्टी नेताओं की बात नहीं सुने जाने समेत कई आरोप लगाकर राज्य की योगी सरकार खासकर मुख्यमंत्री पर लगातार हमले कर रहे हैं।
राजभर पिछले दिनों अपने गांव में एक सड़क की मरम्मत ना होने को लेकर असहज हो गये थे तथा उन्होंने समर्थकों सहित फावड़ा उठाकर स्वयं सड़क की मरम्मत की थी।
सुभासपा ने पिछले साल विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ा था। प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में उसके चार विधायक हैं। (भाषा)