पंजाब और हरियाणा में हुई मॉक ड्रिल, हमले की चेतावनी का बजा सायरन
Punjab and Haryana News : पंजाब और हरियाणा के अधिकारियों ने शनिवार को आपात स्थिति के मद्देनजर तैयारियों और प्रतिक्रिया क्षमता को बढ़ाने के लिए ऑपरेशन शील्ड अभियान के तहत मॉक ड्रिल की। शनिवार शाम को शुरू हुए इस अभ्यास के दौरान दोनों दोनों राज्यों के सभी जिलों में आपात स्थिति का अनुकरण किया गया। मॉक ड्रिल के दौरान स्वयंसेवकों द्वारा घायलों को स्ट्रेचर पर एम्बुलेंस में ले जाने और आग बुझाने का अभ्यान करते हुए देखा गया। पंजाब के सीमावर्ती जिले फाजिल्का में शाम 6 बजे हवाई हमले की चेतावनी का सायरन बजाया गया, जिसके बाद अभ्यास शुरू हुआ।
इस अभ्यास का उद्देश्य वास्तविक समय की स्थितियों में आपात प्रतिक्रिया तंत्र की प्रभावकारिता का मूल्यांकन करना और उसे बढ़ाना था। मॉक ड्रिल में अग्निशमन व आपात सेवा, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों सहित कई एजेंसियों की समन्वित भागीदारी देखी गई। नागरिक सुरक्षा, राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) और राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के प्रशिक्षित स्वयंसेवकों ने भी अभ्यास में भाग लिया।
यह अभ्यास पहले 29 मई के लिए निर्धारित किया गया था, लेकिन केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार इसे स्थगित कर दिया गया। पंजाब के होशियारपुर में यह अभ्यास एक काल्पनिक परिदृश्य पर आधारित था, जिसमें दुश्मन के ड्रोनों के झुंड ने एक सैन्य ठिकाने पर हमला किया, जिससे स्टेशन कमांडर को नागरिक प्रशासन से तत्काल सहायता मांगने के लिए मजबूर होना पड़ा। ड्रोन हमले के कारण मौके पर फंसे 20 लोगों को बचाने और सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए एक समन्वित प्रयास किया गया।
उपायुक्त आशिका जैन ने अभ्यास के समापन पर कहा कि यह अभ्यास किसी भी संकट के दौरान प्रशासन के कुशल समन्वय और परिचालन तत्परता को सुनिश्चित करने के लिए सरकार की सक्रिय तैयारी रणनीति का हिस्सा था। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह अभ्यास एक नियमित तैयारी का हिस्सा था और निवासियों में किसी प्रकार की कोई घबराहट थी।
जैन ने कहा, मॉक ड्रिल का प्राथमिक उद्देश्य आपात स्थितियों के लिए लोगों को मानसिक रूप से तैयार करना और निर्बाध अंतर-विभागीय समन्वय सुनिश्चित करना है। उन्होंने युवाओं से आधिकारिक दिशा-निर्देशों का पालन करने और जागरूकता अभियानों का सक्रिय रूप से समर्थन करने का आग्रह किया। पंजाब के सीमावर्ती जिले फाजिल्का में शाम छह बजे हवाई हमले की चेतावनी का सायरन बजाया गया, जिसके बाद अभ्यास शुरू हुआ।
जलालाबाद के उपजिलाधिकारी कंवरजीत सिंह ने बताया कि इस तरह के अभ्यास का मुख्य उद्देश्य किसी भी आपात स्थिति के लिए खुद को तैयार रखना है। उन्होंने इस तरह के अभ्यास में लोगों की भागीदारी पर जोर देते हुए कहा कि जनता की भागीदारी से किसी भी आपात स्थिति से बेहतर तरीके से निपटा जा सकता है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour