हवा में उड़ने वाले 'जेट' के 100 कर्मचारी सड़क पर उतरे, सरकार से मांगी वित्तीय मदद
बेंगलुरु। आर्थिक रूप से संकटों का सामना कर रही जेट एयरवेज के करीब 100 कर्मचारियों ने यहां प्रदर्शन करते हुए सरकार से हस्तक्षेप करने और विमानन कंपनी को वित्तीय मदद देने का अनुरोध किया।
कर्जदाताओं से आपात मदद नहीं मिलने के बाद जेट एयरवेज ने 17 अप्रैल को अस्थायी रूप से परिचालन रोकने की घोषणा की थी जिससे कंपनी के 23,000 कर्मचारियों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। हाथों में तख्तियां लिए कर्मचारी नारे लगा रहे थे। इन तख्तियों पर लिखा था- 'हमारे परिवार को बचाइए, जेट एयरवेज को बचाइए, हमें मत रुलाइए, उड़ने का एक मौका दो, हमको तुम न धोखा दो, उड़ने का एक मौका दो।'
जेट एयरवेज के इंजीनियर मिलिंद पराडकर ने जेट एयरवेज को आर्थिक मदद करने की अपील की। कुछ अन्य प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उन्हें 3 महीने से वेतन नहीं मिला है और वे किसी तरह परिवार की जरूरतों की पूर्ति कर पा रहे हैं। (भाषा)