अब Vaccine के लिए आंध्रप्रदेश में उड़ीं सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां
कहीं ऑक्सीजन की कमी, कहीं रेमडिसिविर इंजेक्शन की कमी, अस्पताल में बेड की कमी... कोरोनावायरस (Coronavirus) काल में ऐसे दृश्य देशभर में आम हैं। लेकिन, अब जगह-जगह वैक्सीन (Vaccine) के लिए भीड़ टूटने लगी है।
आंध्रप्रदेश प्रदेश के गुंटूर जिले के नरसारावपेट शहर के एक हेल्थ सेंटर पर शुक्रवार को वैक्सीनेशन के लिए इतनी भीड़ आ गई कि उसे कंट्रोल करने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा। उल्लेखनीय है कि देश के कई राज्यों से वैक्सीन की कमी की शिकायतें आ रही हैं।
जब इस घटना की जानकारी नरसारावपेट की डिप्टी कलेक्टर नूपुर अजय कुमार को लगी तो वे घटनास्थल पर पहुंची और वहां पुलिस का इंतजाम किया गया। बाद में वैक्सीनेशन के लिए लोगों की लाइन लगवाई गई। लोग पहले वैक्सीन लगवाने के लिए सेंटर में जबर्दस्ती घुस रहे थे।
इस खबर के जवाब में कई लोगों ने ट्वीट किए। आदित्य अग्रवाल ने लिखा- अक्षम स्वास्थ्य मंत्रालय। वास्तव में भारत बिना योजना के चल रहा है। जब वैक्सीन है ही नहीं तो 18 वर्ष से ऊपर के लोगों के लिए वैक्सीनेशन शुरू करने का क्या मतलब, कोई समझा सकता है।
डॉ. तारिक त्रांबू ने लिखा कि आखिर लोगों को वैक्सीन की अहमियत तो समझ में आ ही गई। बाकी तो मैनेज किया ही जा सकता है। वहीं, अमीर शेट्टी नो डोर टू डोर वैक्सीन लगाने की सलाह दे डाली।