करोड़ों का आसामी निकला भू अभिलेख विभाग का बाबू, लोकायुक्त छापे में हुआ खुलासा
ग्वालियर। मध्यप्रदेश की विशेष स्थापना पुलिस लोकायुक्त ने शुक्रवार को ग्वालियर में भू-अभिलेख विभाग के एक लिपिक के 3 ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई करते हुए उसकी करोड़ों रुपए की बेनामी संपत्ति का खुलासा किया।
पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त संजीव सिन्हा ने बताया कि भू-अभिलेख विभाग में लिपिक संजय भागवानी के यहां छापामार कार्रवाई की गई है। संजय भागवानी 2016 में उस समय सुर्खियों में आया, जब इसके यहां चोरी हुई थी।
हालांकि चोरी गए माल की रिपोर्ट तो कम लिखाई, लेकिन बाद में पुलिस को पता चला कि इसमें लगभग ढाई करोड़ से अधिक रुपया चोरी गया था। लोकायुक्त पुलिस मामले की जांच कर रही थी और शुक्रवार को संजय के 3 ठिकानों पर छापा मारा।
सिन्हा ने बताया कि छापे के दौरान 2 प्लॉट, 1 मकान, 2 दुकानों की रजिस्ट्रियां मिलीं, वहीं सवा लाख की बीमा पॉलिसी, 350 ग्राम सोने के जेवरात, 475 ग्राम चांदी, बैंक में 38 हजार 615 रुपए तथा घरों को बेशकीमती बनाने में लगभग कुल मिलाकर 70 लाख रुपए की जानकारी मिली है। कार्रवाई के दौरान लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी संजय के साले के मकान पर भी छापा मारा है।
पुलिस अभी संजय और उसके साले की बैंक सहित अन्य संपत्ति की जानकारी ले रही है और प्लॉट, मकान, दुकानें कितने की हैं उसका भी आकलन कर रही है।
संजय भागवानी 1990 में लैंड रिकॉर्ड में नौकरी पर आया। इसका वेतन कुछ सौ रुपए ही था। आज इसे लगभग 50 हजार रुपए वेतन मिल रहा है। यह करोड़ों में कैसे खेलने लगा? इसकी जानकारी अब लोकायुक्त पुलिस जुटा रही है। लोकायुक्त की कार्रवाई अभी जारी है। (वार्ता)