प्रेस क्लब की मांग, आसनसोल हो जिला का नाम
आसनसोल। वर्षों से जिला बनाए जाने के दिवास्वप्न में डूबे आसनसोल-दुर्गापुर को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आखिरकार जिला का अमलीजामा पहनाया और आसनसोल जिला बनने जा रहा है। इसके लिए ममता दीदी वास्तव में बधाई की पात्र हैं, लेकिन इस जिले को अगर बर्दवान पश्चिम की जगह आसनसोल या आसनसोल-दुर्गापुर जिला का नाम दिया जाता तो बेहतर होता और यहां के लोग और भी गौरवान्वित महसूस करते।
'ये कहना है मीडिया पर्सनालिटी एवं समाजसेवी संजय सिन्हा का। प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आसनसोल के अनुमंडलाधिकारी प्रलय राय चौधरी के मार्फ़त एक ज्ञापन सौंपे जाने के दौरान संजय सिन्हा ने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि आसनसोल शहरवासियों की भावना की कद्र करते हुए दीदी को पुनः विचार करना चाहिए और जिले का नाम आसनसोल कर देना चाहिए। इससे यहां के लोगों की खुशी दोगुनी हो जाएगी।
बुधवार को संजय सिन्हा के नेतृत्व में मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा गया। प्रेस क्लब ऑफ आसनसोल मेगासिटी की ओर से सौंपे गए ज्ञापन में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से ये मांग की गई है कि बर्दवान पश्चिम के स्थान पर आसनसोल को ही जिला का नाम मिले। आसनसोल इसका हकदार भी है। चूंकि आसनसोल में ही जिला मुख्यालय होगा इसलिए जिले का नाम भी आसनसोल ही होना चाहिए।
ज्ञापन में कहा गया है कि पिछले कई वर्षों से आसनसोल के साथ अन्याय होता रहा है। इतने दिनों के बाद आसनसोल जिला तो हो रहा है, मगर आसनसोल को जिला का नाम नहीं मिल पा रहा है, जो अत्यंत दुखदायी है, इसलिए मुख्यमंत्री से आग्रह किया गया है कि बर्दवान पश्चिम की जगह जिले का नाम आसनसोल रहे। आसनसोल को जिला बनाए जाने को लेकर कई संगठनों ने लंबी लड़ाई लड़ी है। लंबी लड़ाई के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शहरवासियों को ये बड़ा तोहफा दिया है, लेकिन नाम अलग होने के कारण शहरवासियों का दिल छोटा हो गया है।
ज्ञापन देने वालों में प्रेस क्लब के अलावा सामाजिक संस्था ख़ास बात वेलफेयर सोसाइटी और यूथ इंडिया के सदस्य भी शामिल थे। ज्ञापन देने वालों में संजय सिन्हा के साथ पारो शैवालिनी, कल्याण दत्ता, मोहम्मद साजिद हुसैन, बंटी विश्वकर्मा, जहांगीर आलम, अमितोष उपाध्याय, शबाना अफ़रोज़, मोहम्मद इमरान, कुंदन सिंह, अंजना पाल, प्रशांत चक्रवर्ती, मिताली सालुई, संचिता मंडल, मिंकू माजी, अंकेश पाल, बिशु मंडल, बापी बनर्जी, निगार आरा आदि शामिल थे।