उत्तराखंड : देहरादून में हुए भीषण सड़क हादसे के 13 मृतकों की हुई पहचान
देहरादून। देहरादून जिले के चकराता के भरम खत के बायला गांव से विकासनगर जा रही यूटिलिटी के खाई में गिरने से जिन 13 लोगों की मौत हुई उन सबकी पहचान कर ली ग है। यह दुर्घटना रविवार की सुबह 10 बजे के आसपास हुई।देहरादून जिले के एसपी रूरल स्वतंत्र कुमार सिंह ने हादसे में हुई तेरह मौतों की पुष्टि कर दी है।
देहरादून जिले के एसपी रूरल स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया है कि देहरादून जिले के ग्रामीण क्षेत्र चकराता के सुदूरवर्ती इलाके त्यूनी रोड पर सुबह करीब दस बजे हुए सड़क हादसे में मारे गए 13 मृतकों के शव खाई से बरामद कर लिए गए हैं।एसपी रूरल स्वतंत्र कुमार सिंह के मुताबिक दुर्घटनाग्रस्त वाहन में 15 लोग सवार थे। दो लोगों को गम्भीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घायलों में बायला निवासी पांच साल का बच्चा व पिंगुवा निवासी एक ग्रामीण शामिल है। चकराता तहसील के भरम खत के बायला गांव से विकासनगर जा रही यूटिलिटी रविवार सुबह सड़क के पैराफिट को तोड़ते हुए 400 मीटर नीचे खाई में गिर गई थी।हादसे में यूटिलिटी सवार 13 लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
मृतकों में मातबर सिंह, रेखा देवी पति-पत्नी और उनके डेढ़ वर्षीय पुत्री तनवी, रतन सिंह, जयपाल सिंह चौहान, अंजलि, नरेश चौहान, साधराम, दान सिंह, ईशा, काजल सभी चकराता के बायला गांव निवासी और जीतू क्वानू-मलेथा का निवासी है। इसके अलावा हरिराम शर्मा सिरमौर हिमाचल का निवासी बताया गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चकराता क्षेत्र के अंतर्गत बुल्हाड़-बायला मार्ग पर हुए वाहन दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ईश्वर से मृतकों की आत्मा को शांति और परिजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को तेजी से राहत व बचाव कार्य करते हुए घायलों को तत्काल उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी देहरादून को वाहन दुर्घटना की मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने परिवहन विभाग को सख्त निर्देश दिए हैं कि वाहनों में ओवर लोडिंग न हो, यदि इस तरह की कोई बात आती है, तो संबधित पर कड़ी कारवाई की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की घटनाएं दुबारा न हो, इसके लिए उन्होंने प्रदेश के लोगों से अपील की है ओवरलोडिंग न करें। हम सभी को स्वयं जागरूक होकर इस तरह की घटनाओं से बचना है।