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  4. BJP loses 4 seats in Rajya Sabha elections, will have to wait for 100 figures
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Last Updated : शनिवार, 11 जून 2022 (17:28 IST)

राज्यसभा चुनाव में भाजपा को 4 सीटों का नुकसान, 100 के आंकड़े के लिए करना होगा इंतजार

parliament
नई दिल्ली। इसी साल अप्रैल महीने में संसद के उच्च सदन में 100 के आंकड़े पर पहुंचने वाली भाजपा के सदस्यों की संख्या राज्यसभा की 57 सीटों के लिए शुक्रवार को संपन्न हुए द्विवार्षिक चुनावों के बाद वर्तमान 95 से घटकर 91 पर आ गई। इस चुनाव में भाजपा को 4 सीटों का नुकसान हुआ है। 
 
राज्यसभा की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक सेवानिवृत्त हो रहे 57 सदस्यों को मिलाकर वर्तमान में उच्च सदन के कुल 232 सदस्यों में भाजपा के 95 सदस्य हैं। सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों में भाजपा के 26 सदस्य शामिल हैं, जबकि इस द्विवार्षिक चुनाव में उसके 22 सदस्यों ने जीत दर्ज की। इस प्रकार उसे 4 सीटों का नुकसान हुआ है।
 
निर्वाचित सदस्यों के शपथ लेने के बाद भाजपा के सदस्यों की संख्या 95 से घटकर 91 रह जाएगी। यानी फिर से 100 के आंकड़े तक पहुंचने के लिए भाजपा को अभी और इंतजार करना पड़ेगा।
 
अभी भी राज्यसभा में 7 मनोनीत सदस्यों सहित कुल 13 रिक्तियां हैं। मनोनीत सदस्यों की नियुक्ति और खाली सीटों के भरे जाने के बाद भाजपा के सदस्यों की संख्या 100 के करीब पहुंच सकती है। क्योंकि कुछ अपवादों को छोड़ दें तो आमतौर पर मनोनीत सदस्य अपने मनोनयन के 6 माह के भीतर खुद को किसी दल से (सामान्यत: सत्ताधारी दल से) संबद्ध कर लेते हैं।
 
अप्रैल में भाजपा 100 के आंकड़े पर पहुंची थी : विगत अप्रैल माह में हुए राज्यसभा चुनावों में असम, त्रिपुरा और नगालैंड में एक-एक सीटों पर जीत हासिल करने के बाद भाजपा अपने इतिहास में पहली बार उच्च सदन में 100 के आंकड़े पर पहुंची थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित पार्टी के कई नेताओं ने इसे भाजपा की बड़ी उपलब्धि करार दिया था।
 
राज्यसभा की 57 सीटों के लिए द्विवार्षिक चुनावों की घोषणा के बाद उत्तरप्रदेश, तमिलनाडु, बिहार, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पंजाब, तेलंगाना, झारखंड और उत्तराखंड में सभी 41 उम्मीदवारों को पिछले शुक्रवार को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया था।

इनमें भाजपा के 14 उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए थे। भाजपा को उत्तर प्रदेश में 3 सीटों का फायदा हुआ। वहां से उसके 5 सदस्य सेवानिवृत्त हुए थे, जबकि उसके 8 सदस्य निर्वाचित हुए हैं। बिहार और मध्य प्रदेश में भाजपा को 2-2 सीटें और उत्तराखंड और झारखंड में 1-1 सीट मिली। 
 
हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र और कर्नाटक की 16 सीट के लिए शुक्रवार को चुनाव हुए। इनमें से भाजपा महाराष्ट्र और कर्नाटक में 3-3 सीटें और हरियाणा और राजस्थान में 1-1 सीट जीतने में सफल रही।
भाजपा के बेहतर चुनाव प्रबंधन के कारण पार्टी के दो उम्मीदवार और उसके समर्थन वाले एक निर्दलीय उम्मीदवार ने कर्नाटक, महाराष्ट्र और हरियाणा में जीत हासिल की जबकि उनके जीतने की संभावनाएं बेहद कम थीं। इस प्रकार इन 4 राज्यों में भाजपा को कुल 8 सीटें मिलीं। इस प्रकार कुल 57 सीटों में से 22 सीटों पर उसके उम्मीदवारों को जीत मिली।
 
हरियाणा में निर्दलीय चुनाव जीतने वाले कार्तिकेय शर्मा को भाजपा और उसकी सहयोगी जननायक जनता पार्टी ने समर्थन दिया था। राजस्थान में भाजपा ने निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा का समर्थन किया था लेकिन वह चुनाव हार गए।