'प्रथम' के वार्षिक उत्सव से भारत में उम्मीदें बढ़ीं
शिकागो। 'प्रथम' यूएसए ने अपना पहला वार्षिक उत्सव 9 सितंबर, 2017 को हैरोल्ड वाशिंगटन सेंटर के विंटर गार्डन में आयोजित किया गया था। इस अवसर पर तीन सौ मेहमान मौजूद थे जिनमें प्रमुख कारोबारी, विशिष्ट व्यक्ति और स्थानीय भारतीय अमेरिकी समुदाय के सदस्य थे। इन लोगों ने प्रथम के अवार्ड विजेता शैक्षिक कार्यक्रमों के लिए 260,000 डॉलर की राशि इकट्ठा की।
विदित हो कि वर्ष 1995 में मुंबई की झुग्गी बस्तियों में बच्चों को शिक्षा देने वाला सबसे सफल शैक्षिक कार्यक्रम है। प्रथम अब भारत के 29 राज्यों में से 20 में सक्रिय है और प्रतिवर्ष कश्मीर से तमिलनाडु तक लाखों बच्चों को शिक्षित करती है। फिर भी मोटे तौर अंदाजा लगाया जाता है कि भारत में अभी भी 10 करोड़ बच्चे निरक्षर हैं। इस मामले में सभी राज्यों के कार्यकारी और चैप्टर के अध्यक्ष सुरेन गुप्ता का कहना है कि बहुतों को इस बात पर आश्चर्य होता है कि केवल 25 डॉलर की लागत वाली शिक्षा मात्र छह से 8 सप्ताहों में बच्चों की पढ़ने और गणित संबंधी क्षमताओं को विकसित करती है।
अपने की-नोट संबोधन में जेनपैक्ट के अध्यक्ष और सीईओ, एन.वी. 'टाइगर' त्यागराजन ने लड़कियों, महिलाओं की शिक्षा पर जोर दिया और कहा कि इससे समूचा समाज बदलता है। शाम के प्रोग्राम में भोजन और मनोरंजन का दौर था। इस यादगार शाम का आयोजन दो पदाधिकारियों, अलवर नारायण और स्मृति राजगोपालन ने किया। इसमें संस्था के स्थानीय कार्यकर्ता और मददगार विज्ञापनदाता भी थे।