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Last Modified: सोमवार, 26 जून 2017 (14:28 IST)

भारत और अमेरिका के संबंधों को लेकर आशावान हैं प्रवासी भारतीय

भारत और अमेरिका के संबंधों को लेकर आशावान हैं प्रवासी भारतीय - India-US relations NRI
वॉशिंगटन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्मान में वर्जीनिया में आयोजित समारोह में पारंपरिक परिधानों में आए 600 से अधिक प्रवासी भारतीयों ने प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में भारत अैर अमेरिका के संबंधों के भविष्य को लेकर सकारात्मक उम्मीदें जताईं।
 
भारतीय मूल के लोगों को हिंदी में संबोधित करते हुए मोदी ने अपनी सरकार की पिछले तीन साल की उपलब्धियों को रेखांकित किया। इसमें उन्होंने प्रत्यक्ष लाभ अंतरण योजना, सब्सिडी हटाने, बैंक खाते खोलने जैसे सामाजिक लाभों, अंतरिक्ष से लेकर खेती तक के इलाकों में तकनीकी आधुनिकीकरण और विदेशी निवेश के लिए विभिन्न क्षेत्रों को खोले जाने का जिक्र किया।
 
उन्होंने कहा कि भारतीय समुदाय के लोगों ने वर्ष 2014 में न्यूयॉर्क के मेडिसन स्क्वायर गार्डन में उनके लिए जो शानदार स्वागत समारोह आयोजित किया था, वह विश्व के नेताओं को आज भी याद है। उन्होंने कहा कि इस बार भी भव्य समारोह आयोजित करने के प्रस्ताव थे लेकिन वह उन नेताओं से मिलना चाहते थे, जिन्होंने उनकी पिछली अमेरिकी यात्राओं के दौरान समारोह आयोजित किए थे।
 
भारतीय मूल के लोगों द्वारा कल आयोजित समारोह में 600 से अधिक प्रवासी भारतीयों ने हिस्सा लिया था। पद्मश्री से सम्मानित मीडिया कर्मी, चिकित्सक और लंबे समय से समुदाय के नेता रहे सुधीर पारिख ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में भारत आगे बढ़ रहा है। मोदी का यह मानना बिल्कुल सही है कि भारतीय मूल के प्रवासी लोग अमेरिका और भारत के संबंधों में एक बड़ा बदलाव ला सकते हैं।
 
ट्रंप के साथ मोदी की पहली द्विपक्षीय बैठक के बारे में पारिख ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि दोनों नेता द्विपक्षीय रक्षा सौदों, एच1बी वीजा और अन्य आव्रजन मुद्दों तथा पेरिस जलवायु समझौते पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा, 'मोदी एक बढ़िया नेता हैं और बहुत हद तक एक कारोबारी हैं। वह जानते हैं कि दूसरे कारोबारियों के साथ कैसे काम करना है। ट्रंप एक कारोबारी हैं। मुझे यकीन है कि वे एक-दूसरे से जुड़ाव महसूस करेंगे और बैठक का नतीजा सकारात्मक होगा और यह द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की जमीन तैयार करेगी। 
 
ओवरसीज वॉलेंटियर फॉर बेटर इंडिया नामक संगठन के अनिल शर्मा ने कहा कि मोदी और ट्रंप की बैठक से बड़ी उम्मीदें हैं। खासतौर पर तब, जब ट्रंप प्रशासन की एच1बी वीजा नीतियों के खिलाफ अनिश्चितता फैली हुई है और भारतीय समुदाय के लोगों के खिलाफ नस्ली हमले हो रहे हैं।
 
शर्मा ने कहा, हम वाकई उम्मीद करते हैं कि इन मुद्दों से जुड़ी हमारी चिंताओं को उच्चतम स्तर तक ले जाया जाएगा। न्यूजर्सी की प्रज्ञा चिश्ती ने कहा कि ट्रंप और मोदी के बीच की बैठक ऐतिहासिक होगी। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच के सांस्कृतिक आदान-प्रदान ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई है।
 
उन्होंने कहा, Þ Þअमेरिका के साथ भारत के रिश्तों को लेकर बहुत अधिक सकारात्मक उर्जा और उत्साह है। मैं ट्रंप और मोदी की बैठक से दोनों देशों के भविष्य के लिए सकारात्मक नतीजे की ही उम्मीद करती हूं। Þ Þ मोदी द्वारा समुदाय को संबोधित किए जाने से पहले एक लघु फिल्म दिखाई गई, जिसमें उनकी सरकार की उपलब्धियों और पिछले तीन साल की नीतियों को दिखाया गया।इनमें नोटबंदी, जीएसटी और स्वच्छ भारत अभियान शामिल था।
 
जैसे ही मोदी मंच पर आए, वहां बैठे लोग 'मोदी, मोदी' के नारे लगाने लगे। भारत और अमेरिका के राष्ट्रगान के बाद अमेरिका में भारतीय राजदूत नवतेज सरना ने लोगों को संक्षिप्त तौर पर संबोधित किया। यहां मोदी के साथ सामूहिक तस्वीरें खिंचवाने के लिए भी प्रबंध किए गए थे। (भाषा)
 
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