गुरुवार, 28 नवंबर 2024
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मिग की जगह राफेल होता तो पाक की गिरफ्त में नहीं आते विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान, बोले रिटायर्ड एयर वाइस मार्शल आदित्य विक्रम पेठिया

मिग की जगह राफेल होता तो पाक की गिरफ्त में नहीं आते विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान, बोले रिटायर्ड एयर वाइस मार्शल आदित्य विक्रम पेठिया - wing Commander Abhinandan Mig
भोपाल। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी जिस राफेल के मुद्दे को लेकर पिछले लंबे समय से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोल रहे थे और विपक्ष जिस राफेल सौदे को बीजेपी के खिलाफ अपना सबसे बड़ा हथियार मान रहा था। क्या अब वो राफेल चुनावी मुद्दा बन पाएगा, इस पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
 
पुलवामा हमले और उसके बाद पाकिस्तान से हुए तनाव के दौरान एक बार फिर देश की सैन्य तैयारियों पर बड़ी बहस होती दिखाई दी। पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारत की एयर स्ट्राइक के बाद बौखलाए पाकिस्तान ने भारत के रक्षा ठिकानों को अत्याधुनिक लड़ाकू विमान एफ-16 से टारगेट करने की नापाक कोशिश की।

दुश्मन के नापाक मंसूबों को देश के जांबाज फाइटर पायलटों ने अपने अदम्य साहस से न केवल विफल कर दिया बल्कि देश के जांबाज विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने पुराने मिग लड़ाकू विमान से पाकिस्तान के एडवांस एफ-16 विमान को टारगेट कर मार गिराया। हालांकि इस कार्रवाई के दौरान अभिनंदन का मिग क्रैश हो गया और वे पाकिस्तान के कब्जे में आ गए।
 
वेबदुनिया से बातचीत में पूर्व एयर वाइस मार्शल आदित्य विक्रम पेठिया जो खुद भी 1971 के युद्ध में पाकिस्तान के खिलाफ हवाई हमले में शामिल थे, साफ शब्दों में कहते हैं, अगर अभिनंदन राफेल जैसा एडवांस जेनरेशन का लड़ाकू विमान उड़ा रहे होते तो वे दुश्मन को माकूल जवाब देने के बाद सुरक्षित वापस भी लौट आते। पेठिया कहते हैं कि पाकिस्तान को उसी की भाषा में करारा जवाब देने में राफेल जैसा लड़ाकू विमान बहुत ही कारगर साबित होगा।
 
पूर्व एयर वाइस मार्शल कहते हैं कि देश के पास आज अच्छे विमानों की कमी है और राफेल जैसा विमान इसकी कमी को पूरा करेगा। उन्होंने कहा कि वायुसेना करीब तीन दशक से एडंवास टेक्नोलॉजी से लैस विमानों की मांग कर रही है और राफेल लड़ाकू विमान उस कमी को पूरा करेगा।
 
पेठिया साफ कहते हैं कि राफेल लड़ाकू विमान पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमानों की तोड़ साबित होगा। वहीं राफेल की कीमत को लेकर उठ रहे सवाल पर पेठिया साफ कहते है कि रक्षा से जुड़े मामले सियासत में नहीं होने चाहिए। वे कहते है कि आज जिस तरह के हालात हैं ऐसे में आज देश को राफेल जैसे अच्छे लड़ाकू विमान की सख्त जरूरत है।
 
बीजेपी ने कांग्रेस को घेरा : वहीं पूर्व एयर वाइस मार्शल के इस बयान के बाद राफेल को लेकर बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर हो गई है। बीजेपी प्रवक्ता हितेष वाजपेयी कहते हैं कि पूर्व एयर वाइस मार्शल समेत देश के अन्य लोगों के सारे सवालों का जवाब कांग्रेस और उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को देना चाहिए। वे कहते हैं कि जब एयरफोर्स को लंबे समय से राफेल जैसे लड़ाकू विमान की जरूरत थी तो कांग्रेस ने पिछले दस साल में राफेल क्यों नहीं खरीदे।
 
बीजेपी प्रवक्ता कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहते हैं कि कांग्रेस के लिए पैसा पहले है देश बाद में। कांग्रेस सरकार के समय डिफेंस डील कमीशनखोरी के चलते एक धंधा बन गई थी जिसके कारण राफेस डील नहीं हो पाई।
 
प्रधानमंत्री पहले ही कर चुके हमला : पाकिस्तान के खिलाफ वायुसेना की एयर स्ट्राइक के बाद देश का सियासी परिदृश्य एकदम बदल गया है। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जो विपक्ष लगातार मोदी सरकार पर हमले कर रहा था। वो अचानक से बैकफुट पर दिखाई देने लगा है। शुक्रवार को कन्याकुमारी में एक कार्यक्रम में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष पर हमलावर दिखाई दिए।
 
कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि देश ने देख लिया कि उरी और पुलवामा हमले के बाद क्या हुआ जबकि कांग्रेस सरकार के समय 26/11 हमले के बाद जब सेना कार्रवाई करना चाहती थी तब उसको रोका गया।
 
पीएम मोदी ने कहा कि आज सेना को खुली छूट है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश पिछले कई सालों से आतंकवाद से जूझ रहा है। साल 2004 से 2014 के बीच कई आतंकवादी हमले हुए। देश को उम्मीद थी कि आतंकवादियों को सजा मिलेगी लेकिन कभी कुछ नहीं हुआ।
 
पीएम मोदी के इस बयान के बाद साफ संकेत मिल गया है कि अब बीजेपी लोकसभा चुनाव में पाकिस्तान के खिलाफ हुए एयर स्ट्राइक को बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी में है। ऐसे में अब जब चुनाव आयोग ने भी साफ कर दिया है कि लोकसभा चुनाव अपने समय पर होंगे। ऐसे में जो विपक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में राफेल जैसे मुद्दे को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर था वो अब क्या रणनीति बनाएगा ये देखना दिलचस्प होगा।