शौर्य चक्र से सम्मानित शहीद औरंगजेब की मां ने कहा, बंधे थे हाथ, वरना चार आतंकियों का काम तमाम कर देता मेरा बेटा
इंदौर। थलसेना के 44 राष्ट्रीय राइफल्स के जवान औरंगजेब को शौर्य चक्र से सम्मानित करने की सरकार की घोषणा के बाद इस शहीद फौजी के भावुक परिजनों ने कहा कि उन्हें देश के लिए अपने बहादुर बेटे की कुर्बानी पर फख्र है। देश के 72वें स्वतंत्रता दिवस पर औरंगजेब के माता-पिता एक स्थानीय संस्था के आयोजित ध्वजारोहण के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। उन्होंने इस दौरान शहर के रीगल चौराहे पर विशाल तिरंगा फहराया।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के हाथों शहीद औरंगजेब के पिता मोहम्मद हनीफ ने कहा कि औरंगजेब पूरे देश का बेटा था और हमें उसकी कुर्बानी पर फख्र है। सरकार ने उसके नाम शौर्य चक्र की घोषणा के जरिए उसकी शहादत को सम्मानित करने का फैसला किया, उसके लिए शुक्रिया।
उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने मेरे बहादुर बेटे के हाथ बांध दिए थे। अगर उसके हाथ खुले होते, तो वह कम से कम चार आतंकवादियों का काम तमाम कर देता। औरंगजेब की माता राज बेगम ने कहा कि मुझे फख्र और खुशी है कि मेरे बेटे को उसकी शहादत के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित करने की घोषणा की गई है।
शहीद फौजी की भावुक मां ने कहा कि मेरा बेटा मुझसे कहता था कि वह देश के लिए कुछ करके दिखाएगा। उसने अपनी शहादत से इस बात को आखिरकार सच साबित कर दिया।
आतंकवादियों ने जून में औरंगजेब को पुलवामा से अगवा करके उनकी बर्बरता से हत्या कर दी थी। उस वक्त वह ईद मनाने के लिए छुट्टी पर अपने घर जा रहे थे। 44 राष्ट्रीय राइफल्स से ताल्लुक रखने वाले सैनिक का गोलियों से छलनी शव पुलवामा में कलामपुरा से करीब 10 किलोमीटर दूर मिला था।