माघ मेला 2026 : संगम नगरी में आस्था का महासागर, 3 जनवरी से शुरू होगा 44 दिनी महापर्व
Magh Mela 2026 : संगम की पावन धरा एक बार फिर आस्था के महासागर में डूबने को तैयार है। माघ मेला 2026 का बिगुल बज चुका है। आने वाली 3 जनवरी से शुरू होने वाला यह महापर्व पूरे 44 दिनों तक चलेगा और इस बार मेले में 12 से 15 करोड़ श्रद्धालुओं के उमड़ने का अनुमान है। प्रशासन ने इसे लेकर अभूतपूर्व तैयारियां की हैं, ताकि दुनियाभर से आने वाले कल्पवासी, साधु-संत और पर्यटक किसी भी असुविधा के बिना दिव्यता का अनुभव कर सकें।
अभूतपूर्व तैयारियां और हाईटेक व्यवस्था
इस बार मेले में प्रशिक्षित गाइडों की विशेष टीम तैनात रहेगी। ये गाइड भारत और विदेशों से आने वाले पर्यटकों को संगम, धार्मिक परंपराओं, मेले के इतिहास और महत्वपूर्ण स्थलों की विस्तृत जानकारी देंगे। इससे मेले का अनुभव और समृद्ध व सुरक्षित होने की उम्मीद है।
मेले क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बहुस्तरीय और हाईटेक प्लान तैयार किया गया है। पुलिस, पीएसी, एनडीआरएफ की कंपनियां और जल पुलिस चौबीसों घंटे तैनात रहेंगी। भीड़ प्रबंधन के लिए ड्रोन कैमरे, इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम, हाईटेक निगरानी व्यवस्था और मोबाइल टीमों की तैनाती की जा रही है।
कल्पवासियों के लिए विशेष सुविधाएं
कल्पवासियों के लिए बसाई गई टेंट सिटी में पेयजल, बिजली, शौचालय, स्वास्थ्य सेवाएं और साफ-सफाई की विशेष व्यवस्था की गई है। बड़े पैमाने पर अस्थाई अस्पताल, फायर स्टेशन और श्रद्धालुओं की सहायता के लिए खोया-पाया केंद्र भी स्थापित किए जा रहे हैं।
पौष पूर्णिमा से लेकर मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी और महाशिवरात्रि जैसे प्रमुख स्नान पर्वों पर संगम तट भक्तों की भीड़ से गुलजार रहेगा। यह माघ मेला न सिर्फ धार्मिक आस्था का पर्व है, बल्कि सांस्कृतिक विरासत, आध्यात्मिक ऊर्जा और भारतीय सभ्यता की अनोखी झलक भी है। संगम नगरी एक बार फिर करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का स्वागत करने को तैयार है।