Weather Updates: देश के अनेक भागों में एक बार फिर बारिश का दौर शुरू हो गया है। पिछले 24 घंटों में मध्यप्रदेश और राजस्थान में भारी से अति भारी बारिश दर्ज की गई है। राजस्थान के धौलपुर में जहां 23 सेमी तो वहीं मध्यप्रदेश के मुरैना में 17 सेमी बारिश हुई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) मध्यप्रदेश और राजस्थान में झमाझम बारिश की संभावना जताई है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) चेतावनी जारी की है कि लोग कच्चे रास्ते वाले क्षेत्रों में जाने से बचें। IMD ने आने वाले 3 से 4 दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत में बारिश की संभावना जताई है। इतना ही नहीं, दिल्ली में आज भी बादल छाए रहेंगे और बारिश के आसार हैं, वहीं यूपी में आज बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान और मध्यप्रदेश में भी आने वाले कुछ दिनों में भारी बारिश की संभावना है। 12 सितंबर से ओडिशा और छत्तीसगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश के साथ बारिश की गतिविधि बढ़ने की संभावना है। 12 सितंबर के आसपास उत्तर पश्चिम और इससे सटे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक ताजा चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है।
दिल्ली में बारिश : देश की राजधानी दिल्ली में भी 2 दिनों से बारिश दर्ज की गई है। मौसम कार्यालय ने सोमवार के लिए दिल्ली और एनसीआर के लिए आसमान में बादल छाए रहने और एक या दो स्थानों पर बहुत हल्की बारिश या बूंदाबांदी होने की संभावना जताई है।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, विदर्भ, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश के कुछ हिस्सों और केरल में कुछ स्थानों पर भारी बारिश के साथ हल्की से मध्यम बारिश संभव है।
मौसम विभाग के अनुसार 13 और 14 सितंबर को छत्तीसगढ़ और 14 सितंबर को विदर्भ में हल्की व मध्यम से व्यापक बारिश व आंधी और बिजली गिरने के साथ अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। 13 सितंबर तक अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में, 12 सितंबर से 14 सितंबर के बीच ओडिशा में और 14 सितंबर को गंगीय पश्चिम बंगाल में हल्की व मध्यम व्यापक बारिश व आंधी और बिजली गिरने के साथ अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। तटीय आंध्र प्रदेश में 14 सितंबर तक और तेलंगाना में भी 14 सितंबर को इसी तरह की मौसम स्थिति की भविष्यवाणी की गई है।
औसत समुद्र तल पर मानसून ट्रफ बीकानेर, कोटा, सागर, डाल्टनगंज, बांकुरा और दीघा से होकर गुजरती है और फिर पूर्व दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्वी बंगाल की खाड़ी तक जाती है और औसत समुद्र तल से 3।1 किमी ऊपर तक फैली हुई है।
चक्रवाती परिसंचरण जो उत्तरी मध्यप्रदेश के मध्य भागों पर था, अब उत्तर पश्चिमी मध्यप्रदेश और उत्तर-पूर्वी राजस्थान के आसपास के क्षेत्रों पर है, जो समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। उपरोक्त चक्रवाती परिसंचरण से ट्रफ रेखा मध्य महाराष्ट्र तक फैली हुई है। एक चक्रवाती परिसंचरण उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर है। 12 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम और इससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक ताजा चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है।
बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तटीय कर्नाटक, आंतरिक तमिलनाडु, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। जम्मू-कश्मीर, उत्तरी पंजाब, हरियाणा के कुछ हिस्सों, दिल्ली, पूर्वी राजस्थान, ओडिशा, रायलसीमा और पूर्वी गुजरात में हल्की बारिश हो सकती है।
Edited by: Ravindra Gupta