PMC बैंक घोटाला : पूर्व प्रबंध निदेशक थॉमस 17 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में
मुंबई। पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक के पूर्व प्रबंध निदेशक (एमडी) जॉय थॉमस को मुंबई की अदालत ने शनिवार को 17 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में रखे जाने की अनुमति दी।
थॉमस को बैंक में 4,355 करोड़ रुपए के घोटाले के आरोप में मुंबई पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया था। मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने थॉमस को हिरासत की अर्जी के साथ अतिरिक्त मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट एसजी शेख के समक्ष पेश किया था।
थॉमस के वकील राकेश सिंह ने पुलिस की अर्जी के खिलाफ दलील दी कि वे (थॉमस) बैंक के सिर्फ कर्मचारी थे, न कि फैसला लेने वाले। उन्होंने कहा कि बैक के वसूली में फंसे कर्ज के लिए उन्हें बलि का बकरा बनाया जा रहा है।
पुलिस की ओर से अदालत से कहा गया कि थॉमस को पूछताछ के लिए हिरासत में रखने की जरूरत क्योंकि वह साजिश में शामिल थे। पुलिस ने कहा कि बैंक ने रीयल एस्टेट का कारोबार करने वाले कंपनी समूह एचडीआईएल की इकाइयों को गैरकानूनी तरीके से विभिन्न ऋण सुविधाएं दी। इनमें से अधिकांश मामलों में थॉमस खुद शामिल थे या उन्होंने दूसरों से करवाया।
पुलिस ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर (एचडीआईएल) को दिए गए धन का उपयोग निर्धारित उद्देश्यों के लिए नहीं हुआ है। पुलिस ने कहा कि थॉमस से जान-बूझकर करीब 3 साल तक इसे दबाए रखा और खुलासा नहीं किया।
आर्थिक अपराध शाखा ने कहा कि पीएमसी बैंक ने एचडीआईएल और उसके समूह की कंपनियों के मोटी रकम के बकाया 44 ऋण खातों को 21,049 फर्जी खातों से बदल दिया था। पुलिस ने बताया कि बैंक के निदेशक मंडल और थॉमस समेत शीर्ष अधिकारियों को इस कृत्य की पूरी जानकारी थी।
मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने गुरुवार को हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर (एचडीआईएल) के निदेशक राकेश वधावन और उसके बेटे सारंग वधावन को इसी मामले में गिरफ्तार किया था। उन्हें 9 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है।
मुंबई पुलिस ने बैंक को 4,355.43 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचाने के आरोप में पीएमसी बैंक और एचडीआईएल के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ सोमवार को प्राथमिकी दर्ज की थी। प्राथमिकी में पीएमसी बैंक के पूर्व चेयरमैन वरयाम सिंह, प्रबंधक निदेशक जॉय थॉमस, एचडीआईएल के वधावन और अन्य अधिकारियों के नाम हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आर्थिक अपराध शाखा द्वारा दर्ज प्राथमिकी का संज्ञान लेते हुए मुंबई और आस-पास के 6 ठिकानों पर शुक्रवार को छापेमारी की।