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Last Updated : रविवार, 6 अक्टूबर 2019 (00:18 IST)

मुंबई के 24 साल के अकाउंटेंट ने दुबई में जीती 23 करोड़ रुपए की लॉटरी

Mohammad Fayaz | मुंबई के 24 साल के अकाउंटेंट ने दुबई में जीती 23 करोड़ रुपए की लॉटरी
मुंबई। मुंबई का एकाउंटेंट और कर्नाटक निवासी मोहम्मद फैयाज की अबू धाबी की लॉटरी का टिकट खरीदने से तकदीर ही बदल गई और मात्र 24 साल की उम्र में 23 करोड़ रुपए से अधिक का इनाम जीतकर वह फूला नहीं समा रहा है।
फैयाज ने इनाम के तौर पर 1 करोड़ 20 लाख दिरहम जीते हैं, जो भारतीय रुपए में 23 करोड़ रुपए से अधिक होते हैं। गुरुवार को राजधानी में लॉटरी के ताजे ड्रॉ में उसके टिकट संख्या 059070 को विजेता घोषित किया गया है।
 
फैयाज यहां अपनी इस बड़ी जीत के बावजूद शांत और स्थिर बना हुआ है। आमतौर पर ऐसी जीत के बाद एक व्यक्ति से जिस कदर उत्साह की उम्मीद की जाती है, उसके स्वभाव में ऐसी कोई झलक नहीं मिली।
 
देशी-विदेशी मीडिया को उससे संपर्क करने में एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है। गल्फ न्यूज को शुक्रवार को फैयाज से संपर्क करने के लिए अनेक बार कॉल करने पड़े तब जाकर उससे संपर्क स्थापित हो पाया। स्वाभाविक रूप से इस बड़ी जीत के बाद उसके चाहने वाले और अन्य लोगों के कॉल भी आ रहे होंगे।
जीतने वाली रात को भी लॉटरी कंपनी बिग टिकट ड्रॉ के आयोजकों को उनसे संपर्क करने के लिए उन्हें कई बार फोन करना पड़ा। फैयाज की लाइन पहले 4 बार व्यस्त रही जबकि 5वें प्रयास में उसने अपना फोन उठाया।
फैयाज ने 30 सितंबर को ऑनलाइन के माध्यम से अपना विजयी टिकट खरीदा और अपने कमरे में रहने वाले अन्य साथियों के साथ अपने टिकट को साझा किया।
 
उन्होंने कहा कि यह 6ठी बार है, जब मैं ऑनलाइन के माध्यम से बिग टिकट खरीद रहा हूं। यह तय है कि मैं और कमरे के अन्य साथी हर महीने बिग टिकट खरीदते हैं। 1 करोड़ 20 लाख दिरहम की जीत भारतीय रुपए में 23 करोड़ रुपए में बदल जाती है और हमने यह तय नहीं किया है कि किसे कितना मिलेगा लेकिन हम सभी को पैसे का एक बड़ा हिस्सा जरूर मिलेगा।
 
फैयाज वर्तमान में मुंबई में एकाउंटेंट के रूप में काम करते हैं। वे कर्नाटक के मैंगलोर का निवासी हैं। उनके माता-पिता का निधन हो चुका है और उनके परिवार में एक बड़ा भाई, बहन और छोटी बहन है।
 
फैयाज ने कहा कि निश्चित रूप से पैसे का कुछ हिस्सा मेरे परिवार के लिए जाएगा। मैंने अभी तक राशि तय नहीं की है। मेरी छोटी बहन पढ़ाई कर रही है इसलिए मैं उसकी मदद करना चाहूंगा, बाकी बचत में जाएंगे। मुझे नहीं पता कि क्या कभी मैं फिर से इतनी बड़ी राशि जीत पाऊंगा। साथ ही देश में अर्थव्यवस्था कुछ चुनौतीपूर्ण समय से गुजर रही है। इस तरह के समय में मैं इस पैसे को अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता के लिए सुरक्षित रखना चाहता हूं।
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