नई दिल्ली। पाकिस्तान की ओर से विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई के ऐलान के कुछ ही देर बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के विज्ञान भवन में शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार समारोह के दौरान पाकिस्तान का नाम लिए बगैर उस पर तंज कसा। प्रधानमंत्री ने कहा- पायलट प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद उसे बढ़ाया जाता है, तो अभी एक पायलट प्रोजेक्ट हो गया। अभी रियल करना है, पहले तो प्रैक्टिस थी।
दूसरी ओर भारतीय वायुसेना ने कहा कि उसे खुशी है कि पाकिस्तान द्वारा पकड़े गए विंग कमांडर अभिनंदन शुक्रवार को घर लौटेंगे और इसे सद्भाव के संदेश के रूप में पेश किए जाने को खारिज किया, साथ ही जोर दिया कि यह जिनीवा संधि के अनुरूप है।
वायुसेना, थलसेना, नौसेना ने जोर दिया कि सशस्त्र बल मुस्तैद हैं और जमीन, वायु और समुद्र में सुरक्षा संबंधी किसी चुनौती से निपटने को तैयार है।
वायुसेना उप प्रमुख एयर वाइस मार्शल आरजीके कपूर ने कहा, 'हमें खुशी है कि अभिनंदन कल मुक्त हो जाएंगे और हम उनके लौटने को लेकर आशान्वित हैं।'
उन्होंने कहा कि अभिनंदन जिस मिग 21 विमान को उड़ा रहे थे, वह हवाई संघर्ष के दौरान क्रैश हो गया और इस क्रम में पाकिस्तान के एफ-16 विमान को मार गिराया गया। उन्होंने कहा कि वह सुरक्षित बाहर निकलने में सफल रहे लेकिन उनका पैराशूट पाकिस्तान की ओर बढ़ गया और तब से पाकिस्तान में हैं।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को अपनी संसद में कहा कि शांति के संदेश के तौर पर भारतीय पायलट अभिनंदन को कल रिहा कर दिया जाएगा।
यह पूछे जाने पर कि क्या वायु सेना इसे सद्भाव के संदेश के रूप में देखती है, उन्होने कहा कि हम इसे जिनीवा संधि की भावना के अनुरूप देखते हैं।
एवीएम कपूर ने सेना, नौसेना के प्रतिनिधियों के साथ संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि सशस्त्र बल पूरी तरह से तैयार और मुस्तैद हैं और जमीन, वायु और समुद्र में सुरक्षा संबंधी किसी चुनौती से निपटने को तैयार है।
सेना के तीनों अंगों की ओर से यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान में जैश ए मोहम्मद के आतंकी शिविर को निशाना बनाया गया और उसके बाद पाकिस्तानी विमानों ने भारतीय वायु सीमा का उल्लंघन किया और इसके बाद उत्पन्न घटनाक्रम के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है।
एवीएम कपूर ने कहा कि पाकिस्तान वायुसेना के विमानों ने हमारे सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की कोशिश की लेकिन उससे हमारे किसी भी रक्षा प्रतिष्ठान को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने झूठ बोला कि एफ-16 का इस्तेमाल नहीं किया गया जबकि इस बात के पर्याप्त प्रमाण है । पाकिस्तान के पास केवल एफ-16 ही ऐसा विमान है जिसमें एमरॉन मिसाइल लगाया जा सकता है और एमरॉन मिसाइल के टुकड़े राजौरी के पूरब में भारतीय क्षेत्र में मिले हैं। इसके अलावा विमान के इलेक्ट्रानिक सिग्नेचर के मिलान से भी इसकी पुष्ठि हुई है।
बालाकोट में जैश ए मोहम्मद के ठिकाने को निशाना बनाने से नुकसान के बारे में एक सवाल के जवाब में भारतीय वायु सेना के एबीएम आर जी के कपूर ने कहा कि हमारे पास साक्ष्य हैं कि जो करना चाहते थे, जो लक्ष्य था, हमने उसे हासिल किया है।
वहीं, भारतीय नौसेना के रियर एडमिरल दलवीर सिंह गुजराल ने कहा कि वह समुद्र में पाकिस्तान के किसी भी दुस्साहस से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर चुकी है।
दूसरी ओर, सेना के मेजर जनरल एस एस महाल ने कहा कि तनाव पाकिस्तान की ओर से बढ़ाया गया है, दुश्मन यदि उकसाता है तो भारत किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन करता रहेगा हम उनके आतंकी शिविरों को निशाना बनाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले दो दिनों में संघर्षविराम का 35 बार उल्लंघन किया गया है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की ओर से हमारे सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया, उकसावे की कार्रवाई उनकी तरफ से हुई। हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। सेना ने कहा कि यंत्रीकृत बल को तैयार रखा गया है, सैनिक किसी भी सुरक्षा चुनौती से निपटने के लिए तैयार हैं। (भाषा)