मोदी ने इस तरह किया अटलजी को याद, 'मन की बात' में मोदी की खास बातें...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को 47वीं बार मन की बात कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। जानिए मोदी के भाषण से जुड़ी खास बातें...
अटली को इस तरह किया याद : 16 अगस्त को अटलजी के निधन के बाद देश शोक में डूबा। 10 साल अटलजी राजनीति से दूर रहे। इस लंबे अंतराल के बाद भी लोगों में उनके लिए श्रद्धा उमड़ी। अटलजी ने देश को नई राजनीति संस्कृति दी। उन्होंने दल बदल कानून को मजबूत किया। उन्हें देश हमेशा याद रखेगा।
केरल की बाढ़ : पीएम मोदी ने अपने भाषण में केरल की बाढ़ का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पूरा देश केरल के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। आपदा के समय मानवता भी देखने को मिलती है। उन्होंने कहा कि राहत और बचाव कार्य में सशस्त्र बल के जवान नायक बने।
एशियन गेम्स : पीएम मोदी ने जकार्ता में एशियन गेम्स में पदक जीतने वालों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि गांव और छोटे कस्बे से जुड़े भारतीय खिलाड़ियों ने पदक जीते। वुशु और रोइंग में पदक जीतना सम्मान की बात। उन्होंने 29 अगस्त को मनाए जाने वाले खेल दिवस की भी बधाई दी।
ग्लोबल वॉर्मिग का वेदों में उल्लेख : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में चिन्मयी नामक बालिका के सवाल का जवाब संस्कृत में दिया। श्रावण पूर्णिमा के दिन संस्कृत दिवस मनाया जाता है। संस्कृत में कम शब्दों में बहुत कुछ कह सकते हैं। इसे समझना भी आसान है। जीवन से हर क्षेत्र से जुड़ा ज्ञान का भंडार संस्कृत भाषा और उसके साहित्य में हैं। उन्होंने कहा कि कहते हैं ग्लोबल वॉर्मिंग की चुनौतियों से निपटने के मंत्रों का भी वेदों में उल्लेख है।
संसद का मानसून सत्र : संसद का ये मानसून सत्र सामाजिक न्याय और युवाओं के कल्याण के सत्र के रूप में हमेशा याद किया जाएगा। बलात्कार के दोषियों को देश सहन करने के लिए तैयार नहीं है, इसलिए संसद ने आपराधिक कानून संशोधन विधेयक को पास कर कठोरतम सज़ा का प्रावधान किया है। लोकसभा ने इस सत्र में 21 विधेयक और राज्यसभा ने 14 विधेयकों को पारित किया।
मोदी ने दी रक्षा बंधन, जन्माष्टमी की बधाई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देशवासियों को रक्षामंत्री और जन्माष्टमी की बधाई दी। उन्होंने कहा कि रक्षा बंधन सामाजिक सौहार्द का त्योहार है।