ADGP पूरन कुमार सुसाइड केस में नया बवाल, परिवार ने कहा- बिना अनुमति शव PGIMER भेजा
ADGP Puran Kumar suicide case: हरियाणा में एडीजीपी वाई. पूरन कुमार द्वारा आत्महत्या के मामले में नई चीज सामने आई है। परिवार ने दावा किया है कि उनकी सहमति के बिना शव को पीजीआईएमईआर स्थानांतरित कर दिया गया है। परिवार का कहना है कि एडीजीपी स्तर के अधिकारी की मृत्यु को 5 दिन बीत चुके हैं, लेकिन हमें अभी तक न्याय नहीं मिला है। 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी पूरन कुमार (52) ने 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ के सेक्टर 11 स्थित अपने आवास पर कथित तौर पर खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली।
हमारे साथ हो रहा है अन्याय : आईपीएस अधिकारी के शव को सेक्टर 16 स्थित सरकारी मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल में रखा गया था, लेकिन शनिवार को पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, चंडीगढ़ (पीजीआईएमईआर) स्थानांतरित कर दिया गया है। बठिंडा ग्रामीण सीट से आप विधायक और पूरन कुमार के रिश्तेदार अमित रतन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने हमसे पूछे बिना ही शव स्थानांतरित कर दिया है। हमारे साथ अन्याय हो रहा है। रतन मृतक एडीजीपी की पत्नी आईएएस अधिकारी अमनीत पी. कुमार के भाई हैं।
8 पुलिस अधिकारियों पर आरोप : कुमार ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें 8 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों पर जाति-आधारित भेदभाव, मानसिक उत्पीड़न, सार्वजनिक अपमान और अत्याचार का आरोप लगाया है। इस मामले की जांच के लिए चंडीगढ़ पुलिस ने शुक्रवार को आईजी पुष्पेंद्र कुमार की अध्यक्षता में 6 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया है।
डीजीपी हुड्डा ने क्या कहा : दूसरी ओर, चंडीगढ़ के डीजीपी सागर प्रीत हुड्डा शनिवार को पूरन कुमार की पत्नी आईएएस अमनीत पी. कुमार के आवास पर गए। हुड्डा ने मीडिया को बताया कि उन्होंने परिवार से जल्द से जल्द पोस्टमार्टम कराने का अनुरोध किया है। हुड्डा ने कहा कि पोस्टमार्टम पीजीआईएमईआर में किया जाएगा, जिसके लिए एक मजिस्ट्रेट, फोरेंसिक विशेषज्ञों और डॉक्टरों का एक बोर्ड गठित किया गया है। उन्होंने बताया कि पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी की जाएगी। डीजीपी ने कहा कि परिवार की सहमति के बाद ही पोस्टमार्टम किया जाएगा। एफआईआर में संदिग्धों के नाम जोड़े जाने के प्रश्न पर हुड्डा ने कहा कि इस मामले में जांच चल रही है।
इन अधिकारियों पर हैं आरोप : उल्लेखनीय है कि अपने आठ पन्नों के नोट में कुमार ने हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया सहित 8 वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों पर उन्हें कथित तौर पर परेशान करने और बदनाम करने का आरोप लगाया है। कुमार को हाल ही में रोहतक के सुनारिया स्थित पुलिस प्रशिक्षण केंद्र (पीटीसी) में महानिरीक्षक के पद पर तैनात किया गया था। हालांकि हरियाणा सरकार ने शनिवार को रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया का तबादला कर दिया है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala