शुक्रवार, 19 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. Maharashtra Karnataka border dispute, Maharashtra stops bus service, Sharad Pawars ultimatum
Written By
Last Updated : मंगलवार, 6 दिसंबर 2022 (19:58 IST)

कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद : बसों-ट्रकों पर पथराव, महाराष्ट्र के मंत्री बोले- न लें धैर्य की परीक्षा

कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद : बसों-ट्रकों पर पथराव, महाराष्ट्र के मंत्री बोले- न लें धैर्य की परीक्षा - Maharashtra Karnataka border dispute, Maharashtra stops bus service, Sharad Pawars ultimatum
नई दिल्ली। महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच सीमा विवाद और गहरा गया है। हालांकि दोनों स्थानों पर भाजपा की सरकारें हैं, लेकिन विवाद बढ़ता ही जा रहा है। कर्नाटक में बेलगावी के हीरेबागवाड़ी में महाराष्ट्र के नंबर वाले ट्रकों पर हमले के बाद हालात और खराब हो गए। इस बीच, महाराष्ट्र सरकार ने कर्नाटक जाने वाली बसों को बंद कर दिया है। हालांकि महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच सीमा विवाद फिलहाल उच्चतम न्यायालय में लंबित है। कन्नड़ रक्षण वेदिका संगठन (केआरवीएस) के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार बेलगाम-हिरेबगवाड़ी टोल प्लाजा पर कथित तौर पर पथराव किया और महाराष्ट्र के छह ट्रकों को क्षतिग्रस्त कर दिया। इस बीच महाराष्ट्र में कर्नाटक की बसों पर भी पथराव हुआ है।

महाराष्ट्र के मंत्री बोले न लें धैर्य की परीक्षा : महाराष्ट्र के मंत्री उदय सामंत ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए चेतावनी दी कि कर्नाटक के लोगों को महाराष्ट्र के लोगों के धैर्य की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए। वह कर्नाटक के गृह मंत्री से केआरवीएस के आंदोलनकारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने की मांग करेंगे।
 
इसके साथ ही राज्य की एकनाथ शिंदे सरकार को दूसरे दलों का भी इस मामले में समर्थन मिल रहा है। एनसीपी के मुखिया शरद पवार भी अब मैदान में आ गए हैं। उन्होंने तीखे तेवर दिखाते हुए कर्नाटक को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने महाराष्ट्र के ट्रकों पर होने वाली हमले की घटनाएं रुक जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के इलाकों में जो हो रहा है वह चिंता बढ़ाने वाला है। पवार ने महाराष्ट्र के सभी सांसदों से इस मुद्दे को संसद में उठाने की अपील की है।  
 
महाराष्ट्र के मंत्रियों का दौरा टला : इस बीच, महाराष्ट्र के मंत्री चंद्रकांत पाटिल और शंभूराज देसाई का बेलगावी दौरा टल गया है। दोनों मंत्रियों का महाराष्ट्र एकीकरण समिति के कार्यकर्ताओं से मिलने और दशकों पुराने सीमा मुद्दे पर उनके साथ बातचीत करने का कार्यक्रम था।
इससे पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सोमवार को कहा था कि वह अपने महाराष्ट्र के समकक्ष एकनाथ शिंदे से उनके मंत्रिमंडल सहयोगियों को बेलगावी नहीं भेजने के लिए कहेंगे, क्योंकि उनकी यात्रा से सीमावर्ती जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति प्रभावित हो सकती है।

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि कर्नाटक के साथ राज्य के सीमा विवाद के समन्वय के लिए नियुक्त मंत्रियों को विवादित क्षेत्रों का दौरा करना चाहिए या नहीं, इस पर मुख्यमंत्री शिंदे अंतिम निर्णय लेंगे। 
जीत कर्नाटक की होगी : कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मंगलवार को कहा कि दोनों राज्यों के लोगों के बीच सद्भाव नहीं बिगड़ना चाहिए और उन्होंने राज्य की सीमाओं तथा यहां व अन्य राज्यों में कन्नड़ भाषियों के हितों की रक्षा के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि सीमा विवाद को लेकर कानूनी जंग में कर्नाटक की जीत होगी क्योंकि राज्य का रुख कानूनी व संवैधानिक दोनों है।