बेंगलुरु। कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा उपचुनाव के लिए सोमवार को जारी मतगणना में 15 विधानसभा सीटों में से 11 में बढ़त बनाकर शानदार प्रदर्शन की ओर बढ़ती दिख रही है, जबकि येल्लापुर सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज कर ली है।
भाजपा को विधानसभा में बहुमत में रहने के लिए इन 15 में से कम से कम 6 सीटों पर जीतने की जरूरत है। पहले हुए चुनावों में कांग्रेस ने 15 में से 12 सीटें जीती थीं और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा की जद (एस) के पास बाकी की 3 सीटें थीं।
अभी तक उपलब्ध रुझानों के अनुसार कांग्रेस शिवाजीनगर और हुनसुर में आगे चल रही है, जबकि जद (एस) और एक निर्दलीय उम्मीदवार क्रमश: यशवंतपुरा और होसकोटे पर आगे चल रहे हैं।
भाजपा उम्मीदवार नारायण गौड़ा ने केआर पेटे सीट पर कांग्रेस केबीएल देवराज के खिलाफ 1,403 वोटों की बढ़त बना ली है। देवराज शुरुआती रुझान में आगे चल रहे थे।
अगर गौड़ा जीत जाते हैं तो यह दशकों तक कांग्रेस और जद (एस) के प्रभुत्व वाले मांड्या जिले के वोक्कालिंग गढ़ में भाजपा की पहली जीत होगी। वहीं भाजपा के शिवराम हेब्बार ने कांग्रेस के भीमण्ण नाइक को 31,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया।
भाजपा के गोपालैया भी महालक्ष्मी लेआउट सीट से जद (एस) के गिरीश के. नाशी से 15,094 मतों के अंतर से आगे चल रहे हैं। जद(एस) के दिग्गज नेता एचडी देवगौड़ा और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने अपने पूर्व विश्वासपात्र रहे गोपालैया को हराने के लिए महालक्ष्मी लेआउट सीट पर काफी प्रचार किया था।
जारकीहोली बंधुओं के बीच अखाड़ा बनी गोकाक सीट पर भाजपा के रमेश जारकीहोली 12,615 मतों के अंतर से कांग्रेस के अपने भाई लखन से आगे चल रहे हैं।
भाजपा के जो उम्मीदवार आगे चल रहे हैं, उनमें आनंद सिंह (विजयनगर), बीसी पाटिल (हिरेकेरूर), श्रीमंत पाटिल (कागवाड़), के सुधाकर (चिक्काबल्लापुरा), महेश कुमातली (अथानी), अरुण कुमार गुट्टूर (रानीबेन्नुर) और बयारती बसवराज (के आर पुरा) शामिल हैं।
कांग्रेस प्रत्याशी एचपी मंजूनाथ (हुनसुर) और रिजवान अरशद (शिवाजीनगर) क्रमश: 19,395 और 2,414 मतों से आगे चल रहे हैं जबकि जद(एस) के जावराई गौड़ा यशवंतपुरा से मामूली अंतर से आगे चल रहे हैं।
भाजपा के बागी और निर्दलीय उम्मीदवार शरथ बच्चेगौड़ा होसाकोटे में पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार एमटीबी नागराज से 8,117 मतों के अंतर से आगे चल रहे हैं। बच्चेगौड़ा चिक्काबल्लापुरा लोकसभा सदस्य के बेटे बीएन बच्चेगौड़ा के बेटे हैं। चुनावी दौड़ से हटने से इनकार करने के बाद भाजपा ने शरथ को पार्टी से निष्कासित कर दिया था।
अयोग्य करार दिए गए विधायकों में से 13 को भाजपा ने उपचुनाव में उम्मीदवार बनाया था, जिनमें से 10 अपने प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशियों से आगे चल रहे हैं। ये उपचुनाव 17 विधायकों को अयोग्य करार देने से पैदा हुई रिक्तियों को भरने के लिए हो रहे हैं। इन विधायकों में कांग्रेस और जद(एस) के बागी नेता शामिल थे।
इन विधायकों की बगावत के चलते जुलाई में एचडी कुमारस्वामी नीत कांग्रेस-जद(एस) सरकार गिर गई थी और भाजपा के सत्ता में आने का मार्ग प्रशस्त हुआ। भाजपा को राज्य की सत्ता में बने रहने के लिए 225 सदस्यीय विधानसभा (अध्यक्ष सहित) में 15 सीटों (जिन पर उपचुनाव हो रहे हैं) में कम से कम छह सीटें जीतने की जरूरत है।
विधायकों को अयोग्य करार दिए जाने के बाद विधानसभा में इस समय 208 सदस्य हैं, जिनमें भाजपा के पास 105 (एक निर्दलीय सहित), कांग्रेस के 66 और जद (एस) के 34 विधायक हैं। बसपा का भी एक विधायक है। इसके अलावा एक मनोनीत विधायक और विधानसभा अध्यक्ष हैं।