शुक्रवार, 26 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. JP Nadda in west bengal
Written By
Last Modified: शनिवार, 9 जनवरी 2021 (14:01 IST)

जेपी नड्डा ने की एक मुट्ठी चावल अभियान की शुरुआत, भाजपा का बंगाल में 73 लाख किसानों को साधने का प्लान

जेपी नड्डा ने की एक मुट्ठी चावल अभियान की शुरुआत, भाजपा का बंगाल में 73 लाख किसानों को साधने का प्लान - JP Nadda in west bengal
वर्धमान। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के वर्धमान में पार्टी के एक मुट्‍ठी चावल अभियान की शुरुआत की। इस अवसर पर उन्होंने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि जनसैलाब बताता है कि जनता भाजपा के स्वागत के लिए तैयार है और ममता का जाना तय है।
 
नड्डा ने कहा कि जमीन खिसकने के बाद ममता बनर्जी को किसानों की याद आई। यहां के किसान मोदीजी के साथ हैं। मोदीजी ने किसानों के लिए 6 गुना बजट बढ़ाया। नए कृषि कानून से किसानों को आसादी मिली। यह किसानों के हक में है।
 
कोलकाता से डायमंड हार्बर की उनकी यात्रा के दौरान गत 10 दिसंबर को उनके काफिले पर हुए हमले के बाद नड्डा की यह पहली बंगाल यात्रा है।
 
नड्डा लगभग 11.45 बजे अंडाल हवाईअड्डा पहुंचे और वहां से हेलीकॉप्टर पर सवार होकर पूर्वी बर्धमान जिले के जगदानंदपुर गांव पहुंचे। यहां के प्रसिद्ध श्री राधा गोबिंद मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद उन्होंने गांव में 'कृषक सुरक्षा' ग्राम सभा को संबोधित किया। राज्य विधानसभा के चुनाव से पहले पार्टी की ओर से ऐसे ही पूरे पश्चिम बंगाल में 40,000 ग्राम सभाओं के आयोजन का कार्यक्रम करने का लक्ष्य रखा गया है।
 
क्या है 1 मुट्ठी चावल अभियान : चावल संग्रह अभियान के तहत 2021 विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी राज्य के 73 लाख किसानों के घर-घर पहुंचेगी।
 
प्रदेश भाजपा के एक नेता ने बताया, 'इस अभियान की शुरुआत होने के बाद पार्टी के कार्यकर्ता राज्य के 48,000 गांवों में जाएंगे और घर-घर पहुंचकर एक मुटठी चावल संग्रह करेंगे।'
 
पार्टी का मानना है कि यह अभियान बंगाल विधानसभा चुनाव में एक गेमचेंजर साबित हो सकता है। इस अभियान के तहत किसानों के घर जाकर पार्टी के नेता लोगों से चावल या दाल जैसी फसलों को मांगने का काम करेंगे। इस तरह इन्हें पार्टी से जोड़ा जा सकेगा। 
ये भी पढ़ें
Pravasi Bharatiya Divas 2021: 28 साल में 346 फीसदी बढ़ी देश के बाहर रहने वाले भारतीयों की संख्या