दुआ कबूल, कश्मीर में बारिश और बर्फबारी...
जम्मू। अंततः कश्मीरियों की दुआ कबूल हुई है। उन्होंने बर्फ और बारिश के लिए नमाजे इस्ताशका भी अता की थी। सर्दियों की पहली जबरदस्त बर्फबारी और बारिश ने कश्मीर में सबसे लंबे सूखे के दाग को भी धो डाला। अगले 12 घंटों के भीतर मौसम ऐसा ही रहने की भविष्यवाणी है और कई इलाकों में बर्फीले तूफान आने तथा हिमस्खलन होने की चेतावनी भी दी जा रही है।
बारिश और हिमपात को तरस रही कश्मीर घाटी में सोमवार की सुबह लोगों ने जब अपने घरों के किवाड़ खोले तो सफेद बर्फ की चादर बिछती देख उन्होंने राहत की सांस ली। गलियां, बाजार, घरों की छतें, पेड़ हर जगह बर्फ ही बर्फ नजर आई। अलबत्ता, बर्फ गिरने के साथ ही कई इलाकों में बिजली-पानी की आपूर्ति ठप होने के अलावा श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग भी यातायात के लिए बंद हो गया।
पूरी वादी में सुबह लगातार हिमपात होने से हर जगह बर्फ ही बर्फ की चादर फैल गई। इससे कई जगहों पर बिजली के तार टूटने से बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई। हिमपात के कारण सड़कों पर बर्फ जमा होने और फिसलन के चलते यातायात भी प्रभावित हुआ। जवाहर सुरंग पर लगभग दो फुट बर्फ होने और बनिहाल व रामबन के बीच कई जगह भूस्खलन व काजीगुंड से जवाहर सुरंग तक सड़क पर फिसलन के चलते श्रीनगर- जम्मू हाईवे को मौसम के साफ होने तक यातायात के लिए बंद कर दिया गया है।
हालांकि कश्मीर घाटी में गत दोपहर बाद से ही मौसम करवट बदलने लगा था। इतवार की देर रात गए जवाहर सुरंग, गुलमर्ग, सोनमर्ग, युसमर्ग, पवित्र गुफा, जोजिला समेत सभी उच्च पर्वतीय इलाकों में हिमपात भी शुरू हो गया था जो आज सुबह भी जारी रहा, लेकिन श्रीनगर समेत वादी के निचले व मैदानी इलाकों में बीती रात हिमपात नहीं हुआ और आधी रात के बाद हल्की बारिश शुरू हुई, जो आज तड़के हिमपात में बदल गई।
गौरतलब है कि इस बार सर्दियों के दौरान वादी के उच्च पर्वतीय इलाकों में जहां बीते सालों की तुलना में बहुत कम हिमपात हुआ है, वहीं श्रीनगर समेत वादी के सभी निचले इलाके बारिश व हिमपात को तरसते रहे हैं। इस बीच, प्रशासन ने वादी में जिला गांदरबल, बारामुला, कुलगाम, शोपियां, कुपवाड़ा, अनंतनाग और पुलवामा के उच्च पर्वतीय इलाकों में हिमस्खलन व बर्फीले तूफान की चेतावनी जारी करते हुए स्थानीय लोगों को मौसम के साफ होने तक अनावश्यक रूप से घरों से निकलने और पैदल यात्रा से बचने की सलाह देते हुए किसी भी आपात स्थिति में निकटवर्ती पुलिस चौकी या सुरक्षा शिविर से संपर्क करने के लिए कहा है। सभी जिला उपायुक्तों और जिला पुलिस प्रमुखों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने और यथासंभव आवश्यक सेवाओं को बहाल रखने के लिए पूरी तरह तैयार रहने को कहा गया है।