INDIA alliance broke in UP too: उत्तर प्रदेश में भी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन लगभग टूट ही गया है। हालांकि गठबंधन टूटने की अभी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन समाजवादी पार्टी द्वारा कांग्रेस को की गई 17 सीटों की पेशकश पर कांग्रेस की ओर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला है। जबकि, अखिलेश ने कहा था कि यदि सीटों के बंटवारे पर सहमति नहीं होती है तो वे राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल नहीं होंगे। हालांकि कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा है कि ऑल इज वेल।
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव रायबरेली में राहुल की यात्रा में शामिल होने वाले थे, लेकिन अब लोकसभा सीटों पर सहमति नहीं बनने के कारण उनका भारत जोड़ो यात्रा में भाग लेना मुश्किल ही लग रहा है।
इन तीन सीटों पर फंसा है पेंच : दरअसल, दोनों पार्टियों के बीच तीन सीटों को लेकर पेंच फंसा हुआ है। सपा अमेठी, रायबरेली समेत 17 सीटें कांग्रेस को देने को तैयार है, लेकिन कांग्रेस बलिया, बिजनौर और मुरादाबाद सीट भी चाहती है। मुरादाबाद सीट पर अभी सपा का सांसद है। अत: तकीनीकी रूप से कांग्रेस का इस सीट पर दावा नहीं बनता। वहीं, बलिया सीट पर कांग्रेस अपने प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को चुनाव लड़ाना चाहती है।
इससे पूर्व, सपा ने कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में 11 सीट की पेशकश की थी, जबकि कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने अधिक सीट की मांग की है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा था कि उनकी पार्टी को करीब दो दर्जन सीट दी जानी चाहिए, जहां 2009 के लोकसभा चुनाव में उसने जीत हासिल की थी।
सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी के मुताबिक हमने कांग्रेस को 17 लोकसभा सीट की अंतिम पेशकश की है। इस पेशकश पर उसकी (कांग्रेस की) स्वीकृति के आधार पर रायबरेली में न्याय यात्रा में अखिलेश यादव का शामिल होना निर्भर करेगा।
सपा ने 27 उम्मीदवार घोषित किए : इस बीच समाजवादी पार्टी ने 2 बार में क्रमश: 16 और 11 लोकसभा प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए हैं। दोनों सूचियों को मिलाकर सपा 27 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। इनमें अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव को भी मैनपुरी से उम्मीदवार बनाया गया है।
कांग्रेस को ये 17 सीटें देना चाहती है सपा : सपा उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के लिए गांधी परिवार का गढ़ रहीं अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीट के साथ ही वाराणसी, प्रयागराज, देवरिया, बांसगांव, महाराजगंज, बाराबंकी, कानपुर, झांसी, मथुरा, फतेहपुर सीकरी, गाजियाबाद, बुलंदशहर, हाथरस और सहारनपुर की सीट छोड़ने के लिए तैयार है। 2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो कांग्रेस सिर्फ रायबरेली सीट ही जीत पाई थी। अमेठी सीट पर राहुल गांधी स्मृति ईरानी से चुनाव हार गए थे। उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीट हैं।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala