नई दिल्ली। मौसम विभाग ने मध्य और पश्चिमी भारत में 4 अगस्त से अगले तीन-चार दिन तक भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताया है।
विभाग के अनुसार 4 अगस्त के आसपास उत्तरी बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावाना है। अगले 3 से 4 दिनों के दौरान मानसून का रुख दक्षिण की ओर होने और जोर पकड़ने की संभावना है।
विभाग ने कहा कि कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र और घाट क्षेत्र, तटीय कर्नाटक तथा केरल में 3 से 5 अगस्त के बीच भारी से बहुत भारी बारिश होने और कुछ इलाकों में बहुत ही तेज बारिश होने का अनुमान है।
मौसम विभाग ने 4 अगस्त को तटीय महाराष्ट्र और गोवा के लिए रेड वॉर्निंग जारी की है। 3 अगस्त को मुंबई में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है और 4-5 अगस्त को बहुत तेज बारिश के आसार हैं। 5 अगस्त को गुजरात क्षेत्र के तटीय जिलों और 6 अगस्त को शेष राज्य में व्यापक वर्षा का अनुमान है।
मौसम विभाग ने 4 और 5 अगस्त को ओडिशा, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में भारी से बहुत भारी होने का अनुमान जताया है। इसी अवधि के दौरान झारखंड और पश्चिम बंगाल में भी भारी बारिश का अनुमान है।
निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के अनुसार मुंबई और उसके उपनगरीय क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है और जलभराव की आशंका है। 15 जुलाई के बाद यह पहली भारी बारिश होगी।
बाढ़ से बेहाल बिहार : बिहार में उफनती नदियों के पानी से नए क्षेत्रों के जलमग्न हो जाने से बाढ़ की स्थिति और बिगड़ गई है तथा 14 जिलों में 53.67 लाख लोग बेहाल हैं। आपदा प्रबंधन विभाग ने यहां यह जानकारी दी।
मुजफ्फरपुर जिले में रविवार तड़के तिरहुत नहर का तटबंध टूट जाने से मुरौल प्रखंड के कम से कम एक दर्जन गांवों में पानी भर गया। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की दो टीमें मौके पर तैनात की गई है।
बागमती, बूढ़ी गंडक, कमलाबलान, अधवारा, खिरोई, महानंदा और घाघरा जैसी नदियां कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
उत्तरप्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर बारिश के बीच नेपाल तथा अन्य कई स्थानों पर बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण गंगा, घाघरा, राप्ती और शारदा समेत अनेक नदियां जगह-जगह उफान पर हैं। प्रदेश के 14 जिलों के सैकड़ों गांव इन उफनायी नदियों के पानी में घिर गए हैं। उधर दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में उमसभरा मौसम रहा। (एजेंसियां)