शहीद ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का अंतिम संस्कार आज भोपाल में, राजकीय सम्मान के साथ दी जाएगी अंतिम विदाई
प्रमुख बिंदु
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ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह अंतिम संस्कार आज
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सैन्य व राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
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उनकी स्मृति में प्रतिमा स्थापित होगी
भोपाल। कुन्नूर हेलीकॉप्टर हादसे में गंभीर रूप से घायल भोपाल के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बुधवार को निधन हो गया है। स्मरण रहे कि गत 8 दिसंबर को इस हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत अन्य सैन्यकर्मियों का उसी दिन निधन हो गया था।
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह बेंगलुरु के एक अस्पताल में जीवन और मौत की लड़ाई लड़ रहे थे। लेकिन बुधवार को उनका भी निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार को भोपाल में किया जाएगा। ग्रुप कैप्टन के पिता रिटायर्ड कर्नल केपी सिंह एवं परिवार यहां एयरपोर्ट रोड स्थित इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में निवास करता है। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का शव भोपाल लाया गया है।
इस वीर योद्धा का पार्थिव शरीर लेने स्टेट हैंगर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान स्वयं पहुंचे थे। उनके साथ चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा भी थे। सभी ने पुष्पचक्र भेंट कर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सीएम ने कहा कि वरुण सिंह का राजकीय और सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा तथा उनकी स्मृति में प्रतिमा स्थापित करवाई जाएगी। परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी।
आज सुबह होगा अंतिम संस्कार : ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का अंतिम संस्कार शुक्रवार सुबह 11 बजे ईएमई सेंटर से बैरागढ़ स्थित विश्राम घाट के लिए रवाना होगी। 6 किमी लंबी यात्रा के बाद विश्राम घाट पर सैन्य व राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा।
उनके अंतिम संस्कार के लिए स्वजन कन्हौली गांव से भोपाल आ गए गए हैं। कैप्टन वरुण सिंह की पार्थिव देह गुरुवार शाम सेना के विशेष विमान से भोपाल एयरपोर्ट पहुंची। आज शुक्रवार को उनकी अंतिम यात्रा निकाली जाएगी। जिला प्रशासन ने इसकी तैयारियां कर ली हैं। मध्यप्रदेश सरकार ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के परिवार को 1 करोड़ रुपए की सम्मान निधि देगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसकी घोषणा की है।
भोपाल में भी कैप्टन के निधन से शोक की लहर है। उनके निधन की बुधवार को खबर मिलते ही इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में शोक की लहर छा गई। इन्नर कोर्ट कॉलोनी रहवासी समिति के अध्यक्ष डीएस गुरुदत्त के अनुसार अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है कि ग्रुप कैप्टन वरुण अब हमारे बीच नहीं रहे।
कॉलोनी के रहवासियों के अनुसार करीब 2 माह पहले कैप्टन वरुण कॉलोनी में अपने पिता के घर पर आए थे। उस वक्त कॉलोनीवासियों ने उनका सम्मान किया था। वरुण को अदम्य साहस के लिए 15 अगस्त को ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शौर्य सम्मान प्रदान किया था। इसी उपलक्ष्य में उनका कॉलोनी में सम्मान किया गया था। वरुण का पूरा परिवार देशभक्त है। उनके पिता कर्नल केपी सिंह ने भी लंबे समय तक सेना में सेवाएं दी है। उनके निधन की खबर से सभी दुखी हैं।