शुक्रवार, 20 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. Flood situation improving in Assam
Written By
Last Modified: गुवाहाटी , रविवार, 3 सितम्बर 2023 (00:21 IST)

Assam Flood : असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार, 2.42 लाख से ज्यादा प्रभावित, 1 और व्यक्ति की मौत

Assam Flood : असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार, 2.42 लाख से ज्यादा प्रभावित, 1 और व्यक्ति की मौत - Flood situation improving in Assam
Flood situation improving in Assam : असम में बाढ़ की स्थिति में लगातार सुधार जारी है और प्रभावित लोगों की संख्या शनिवार को घटकर 2.50 लाख से नीचे आ गई। हालांकि एक और व्यक्ति की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 17 हो गई। ब्रह्मपुत्र नदी कई स्थानों पर खतरे के स्तर से अब भी ऊपर बह रही है।
 
एक आधिकारिक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई। हालांकि एक और व्यक्ति की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 17 हो गई। बुलेटिन के मुताबिक ब्रह्मपुत्र नदी कई स्थानों पर खतरे के स्तर से अब भी ऊपर बह रही है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के बुलेटिन में बताया गया है कि 18 जिलों में बाढ़ से 2,42,515 लोग प्रभावित हैं।
 
प्राधिकरण के अनुसार नलबाडी जिला बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित है जहां 72,427 लोग इससे प्रभावित हुए। इसके बाद दरांग जिले में 69,112 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। एएसडीएमए बुलेटिन के मुताबिक दरांग जिले में एक व्यक्ति की मौत की सूचना मिली है, जिससे इस साल बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 17 हो गई है।
 
ब्रह्मपुत्र नदी धुबरी, गोवालपारा, गुवाहाटी, तेजपुर और नेमाटीघाट में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। राज्य में सात राहत शिविरों में कुल 2,169 लोगों ने शरण ले रखी है, जबकि 43 राहत वितरण केंद्र काम कर रहे हैं। बाढ़ के कारण 15,670.85 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें डूब गई हैं तथा 1,61,758 पशु भी प्रभावित हुए हैं।
 
विभिन्न जिलों से सड़कों, आंगनवाड़ी केंद्रों, विद्यालय भवनों एवं अन्य बुनियादी ढांचों के क्षतिग्रस्त होने की खबरें हैं। उदलगुरी जिले में एक तटबंध टूट गया है, जबकि दरांग में दो तटबंध क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बुलेटिन के अनुसार धुबरी, कामरूप, कोकराझार, नलबाड़ी, दक्षिण सलमारा और तिनसुकिया से भी मिट्टी के कटाव की सूचना मिली है।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)
ये भी पढ़ें
स्टालिन के बेटे ने डेंगू और मलेरिया से की सनातन की तुलना, क्या बढ़ेगी कांग्रेस की मुश्किल?