cyclone Biparjoy Effect : चक्रवात बिपरजॉय का असर, दिल्ली सहित इन राज्यों में आ सकता है तूफान, बारिश की भी संभावना, 11 कर्मचारियों को बचाया गया
नई दिल्ली। Cyclone Biparjoy Effect : अरब सागर में उठे चक्रवात 'बिपारजॉय' (Biparjoy) के प्रभाव से दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तरप्रदेश में गुरुवार और शुक्रवार को हल्की बारिश हो सकती है। एक निजी पूर्वानुमान एजेंसी ने यह जानकारी दी। IMD ने 15 और 16 जून को दिल्ली में भी बादल छाए रहने और हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना व्यक्त की है।
चक्रवात गुरुवार गुजरात के कच्छ क्षेत्र में दस्तक दे सकता है। आईएमडी ने बताया कि चक्रवात बिपारजॉय के 15 जून की दोपहर तक गुजरात के जखाऊ बंदरगाह के पास मांडवी और पाकिस्तान के कराची के बीच सौराष्ट्र और कच्छ को एक बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में पार करने की उम्मीद है।
135 किमी तक हवाएं : इस दौरान 125 से 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की हवाओं के साथ तूफान आ सकता है और हवा की रफ्तार 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
निजी पूर्वानुमान एजेंसी ने कहा कि अरब सागर में चक्रवात, 15 जून को दस्तक देने के बाद जून के तीसरे सप्ताह में राजस्थान, दिल्ली, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में छिटपुट इलाकों में बारिश हो सकती है।
आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि दिल्ली में एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ और अरब सागर से आने वाली नमी से भरी दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के कारण हल्की बारिश हो सकती है, जो राजस्थान और दक्षिण हरियाणा को पार करने के बाद दिल्ली पहुंचेगी।
कच्छ में एनडीआरएफ तैनात : गुजरात के कच्छ जिले में दस्तक देने की संभावना के मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) ने एहतियात के तौर पर मुंबई में दो अतिरिक्त दलों को तैनात किया है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि महानगर में पहले से तैनात तीन दलों के अलावा एनडीआरएफ के दलों को क्रमशः पश्चिमी और पूर्वी उपनगरों में अंधेरी और कांजुरमार्ग इलाकों में तैनात किया गया है।
अधिकारी ने कहा कि हमने एहतियात के तौर पर मुंबई में पहले से मौजूद तीन दलों के अलावा दो और टीम को तैनात किया है। उन्होंने कहा कि पुणे में स्थित आपदा मोचन बल की टीम को तैयार रखा गया है।
11 कर्मचारियों को बचाया : ओखा के पास लगभग 50 किलोमीटर दूर समुंदर में एक बड़ी निजी कंपनी की ऑईल रिग में काम करे कर्मचारियों को बचाया गया। अब तक 11 कर्मचारियों को हेलीकॉप्टर से लिफ्ट किया और सुरक्षित जगह पहुंचाया।
प्रधानमंत्री ने की समीक्षा बैठक : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि बचाव दल चक्रवात बिपारजॉय के मार्ग में संवेदनशील स्थानों में रहने वाले लोगों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने आसन्न चक्रवात से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए केंद्र और गुजरात सरकार की तैयारियों की समीक्षा के लिए यहां एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस चक्रवात का पाकिस्तान पर भी असर पड़ने की आशंका है।
क्या कहा ट्वीट में : हमारी टीम संवेदनशील क्षेत्रों से लोगों की सुरक्षित निकासी और आवश्यक सेवाओं का रखरखाव सुनिश्चित कर रही हैं। सभी की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के एक बयान में कहा गया है कि मोदी ने वरिष्ठ अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव उपाय करने का निर्देश दिया कि संवेदनशील स्थानों में रहने वाले लोगों को राज्य सरकार द्वारा सुरक्षित रूप से निकाला जाए।
कंट्रोल रूम बनाने के निर्देश : मोदी ने बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य और पेयजल जैसी सभी आवश्यक सेवाओं के रखरखाव को सुनिश्चित करने और किसी भी तरह की क्षति होने की स्थिति में उन्हें तुरंत बहाल करने का भी निर्देश दिया। प्रधानमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए और उन्होंने हफ्ते में सातों दिन 24 घंटे चलने वाले नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का आदेश दिया।
कौन थे बैठक में शामिल : बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, पृथ्वी विज्ञान सचिव एम रविचंद्रन, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य कमल किशोर और भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र शामिल हुए।