Lok Sabha Discussion News : भारतीय जनता पार्टी ने प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकारों के दौरान भ्रष्टाचार को लेकर उस पर जोरदार निशाना साधते हुए सोमवार को कहा कि पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के तत्कालीन मुखिया मनमोहन सिंह भ्रष्टाचार को गठबंधन की मजबूरी मानते थे, जबकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भ्रष्टाचार को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने (जीरो टॉलरेंस) के पक्षधर हैं। तथाकथित अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में देश की तत्कालीन सरकार के कार्यकाल में भारत का जितना कुल बजट होता था, उतना तो राजग सरकार राज्यों को दे रही है।
भाजपा सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने वर्ष 2024-25 के लिए अनुदानों की अनुपूरक मांगें-प्रथम बैच पर लोकसभा में चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि विपक्ष का यह आरोप है कि सरकार गैर-भाजपा शासित राज्यों के साथ न्याय नहीं कर रही है, लेकिन उसे (विपक्ष को) यह ज्ञात होना चाहिए कि सरकार ने केंद्र प्रायोजित योजनाओं के लिए राज्यों को पांच लाख करोड़ रुपए से अधिक की राशि दी है।
उन्होंने कहा कि तथाकथित अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में देश की तत्कालीन सरकार के कार्यकाल में भारत का जितना कुल बजट होता था उतना तो राजग सरकार राज्यों को दे रही है और उतनी ही राशि अलग से सब्सिडी में दे रही है। जायसवाल ने कहा कि मोदी सरकार ने 2024-25 में लगभग साढ़े चार लाख करोड़ रुपए सब्सिडी के रूप में देश के गरीबों और किसानों को दिए, जबकि 2021-22 में सरकार ने सात लाख 57 हजार करोड़ रुपए की सब्सिडी दी थी।
उन्होंने कहा, संप्रग के शासनकाल में जब तत्कालीन प्रधानमंत्री से भ्रष्टाचार के बारे में पूछा जाता था तो वह कहते थे कि गठबंधन धर्म की कुछ मजबूरियां होती हैं, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री (मोदी) भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं। यही अंतर संप्रग/इंडिया और राजग गठबंधन में है। उन्होंने कहा कि संप्रग के कार्यकाल में केंद्र में और उसके सहयोगी दलों की विभिन्न राज्य सरकारों में हुए भ्रष्टाचार के कारण संप्रग इतना बदनाम हो चुका था कि कांग्रेस ने इसका नाम बदलकर इंडिया कर दिया।
उन्होंने किसानों के बैंक खातों में सीधे दी जाने वाली राशि का उल्लेख करते हुए कहा कि किसानों को प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के जरिए तीन लाख 46 हजार करोड़ रुपए जारी किए गए और यह पूरी राशि उनके खातों में पहुंच गई, जबकि कांग्रेस के एक प्रधानमंत्री ने स्वीकार किया था कि उनके कार्यकाल में 100 पैसे में 15 पैसा ही लोगों तक पहुंचता था।
जायसवाल ने कहा कि भाजपा-नीत सरकार में किसी भी मंत्री के खिलाफ एक पैसे का भ्रष्टाचार का आरोप नहीं है, जबकि तृणमूल कांग्रेस सहित इंडिया गठबंधन-नीत राज्य सरकारों में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो धन की व्यवस्था की गई है, वह साबित करता है कि सरकार कितनी अच्छे तरीके से चल रही है।
भाजपा सांसद ने परोक्ष रूप से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर निशाना लगाते हुए कहा कि गठबंधन के कारण इंडिया गठबंधन दहाई के आंकड़े में पहुंच तो गया, लेकिन जिस तरह से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) और राष्ट्रीय जनता दल ने विपक्षी गठबंधन का नेतृत्व बदलने की बात की है, यदि उस पर अमल हो गया तो कांग्रेस एक अंक में आ जाएगी।
उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार के कामकाज का उल्लेख करते हुए कहा कि वाजपेयी जी के समय भारत सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन रहा था, लेकिन अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री (मनमोहन सिंह) ने अपना कार्यकाल समाप्त होते-होते इसे सबसे निचले पायदान पर लाकर खड़ा कर दिया।
उन्होंने कहा कि इतिहास में यह भी दर्ज होगा कि कैसे एक गरीब चायवाले ने भारत को तीसरे कार्यकाल में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए कड़ी मेहनत करके सफलता का मुकाम हासिल किया है। उन्होंने कहा कि एक नरेंद्र (विवेकानंद) ने करीब 140 साल पहले भारत के विश्वशक्ति बनने की भविष्यवाणी की थी और आज दूसरा नरेंद्र (मोदी) इसे पूरा कर रहे हैं।
जायसवाल ने कहा कि रास्ते में कितने भी रोड़े अटका दिए जाएं, लेकिन भारत विकसित राष्ट्र बनकर रहेगा। भाजपा के पीपी चौधरी ने कहा कि आज मोदी के नेतृत्व में भारत अर्थव्यवस्था के संदर्भ में वैश्विक महाशक्ति बना है। शिवसेना सांसद नरेश म्हास्के ने दावा किया कि पूर्ववर्ती संप्रग सरकार की ओर से जारी 1.31 लाख करोड़ रुपए के ऑइल बांड का भुगतान इस सरकार को करना होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कर्ज निर्भर भारत बनाया, हमने आत्मनिर्भर भारत बनाया है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour