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Last Updated : गुरुवार, 12 दिसंबर 2024 (11:33 IST)

हाथरस पर गरमाई सियासत, ब्रजेश पाठक बोले यूपी को दंगों की आग में झोंकना चाहते हैं राहुल गांधी

rahul gandhi in hathras
Rahul Gandhi in hathras : लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी हाथरस में उस दलित महिला के परिवार से मुलाकात की, जिसकी सितंबर 2020 में कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार के बाद मौत हो गई थी। राहुल के हाथरस दौरे पर राज्य की सियासत गरमा गई। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि पूरे राष्ट्र में उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था की चर्चा होती है। जबकि आप उत्तर प्रदेश को अराजकता की आग में, दंगों की आग में झोंकना चाहते हैं, लोगों को भड़काना चाहते हैं।
 
राहुल गांधी के अपेक्षित दौरे के मद्देनजर पुलिस ने हाथरस के चंदपा क्षेत्र के बूल गढ़ी गांव और उसके आसपास के इलाकों में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती बढ़ा दी है।
 
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रमुख अजय राय ने लखनऊ में इस बात की पुष्टि की कि राहुल गांधी हाथरस के बूल गढ़ी में पीड़ित परिवार से मिलने जाएंगे। हाथरस में, स्थानीय कांग्रेस नेता चंद्रगुप्त विक्रमादित्य ने कहा कि राहुल जी और प्रियंका जी ऐसे नेता हैं जो देश भर में पीड़ित लोगों के संपर्क में रहे हैं। राहुल जी इस परिवार के संपर्क में भी रहे हैं।
 
ब्रजेश पाठक का राहुल पर हमला : उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि राहुल गांधी भ्रमित हैं और मामले की स्थिति से अवगत नहीं हैं। गांधी के दौरे के स्पष्ट कारण का जिक्र करते हुए पाठक ने कहा कि सीबीआई पहले ही इस मामले की जांच कर चुकी है और भाजपा के शासन में किसी भी अपराधी को बरी होने की इजाजत नहीं है।
 
वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि चाहे संभल हो या हाथरस, वह (गांधी) सिर्फ सुर्खियों में रहने के लिए वहां जाते रहते हैं, किसी और वजह से नहीं। उन्होंने कहा कि पूरे राष्ट्र में उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था की चर्चा होती है। जबकि आप उत्तर प्रदेश को अराजकता की आग में, दंगों की आग में झोंकना चाहते हैं, लोगों को भड़काना चाहते हैं।
 
क्या है मामला : युवती (19) से 14 सितंबर, 2020 को सामूहिक बलात्कार किया गया था। उसे इलाज के लिए अलीगढ़ और बाद में दिल्ली ले जाया गया, जहां 29 सितंबर, 2020 को उसकी मौत हो गई। 30 सितंबर की सुबह उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। उसके परिवार ने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस ने उन्हें रात के अंधेरे में अंतिम संस्कार करने के लिए मजबूर किया था।
 
हालांकि, स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने बताया था कि दाह संस्कार परिवार की इच्छा के अनुसार किया गया था। इस संबंध में शुरुआती पुलिस जांच के बाद सीबीआई ने मामले की जांच अपने हाथ में ले ली थी और चारों आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था।
 
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने तीन अक्टूबर, 2020 को परिवार से मुलाकात की थी और घोषणा की थी कि वे मृतका को न्याय दिलाने के लिए लड़ेंगे। 
edited by : Nrapendra Gupta