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Last Updated :नई दिल्ली , शुक्रवार, 30 मई 2025 (00:21 IST)

फाइटर जेट्स की डिलीवरी में देरी पर एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह क्यों हुए चिंतित, किस बात को लेकर जताई निराशा

Air Chief Marshal Amarpreet Singh
Air Chief Marshal Amar Preet Singh News : एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने सीआईआई बिजनेस समिट 2025 में डिफेंस टेक्नोलॉजी को लेकर बात की है। इस मौके पर एयर चीफ ने रक्षा खरीद परियोजनाओं की डिलीवरी में हो रही देरी पर चिंता जताई। खासतौर पर स्वदेशी परियोजनाओं से जुड़े मामलों की ओर लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) कार्यक्रम का हवाला देते हुए वायुसेना प्रमुख ने कहा, तेजस Mk1A फाइटर जेट की डिलीवरी रुकी हुई है। एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने कहा, युद्ध के तौर-तरीके बदल रहे। हर दिन नई तकनीकें आ रही है। ऑपरेशन सिंदूर ने हमें ये बताया कि हम किस दिशा में जा रहे हैं और भविष्य में हमें क्या चाहिए। भारत के रक्षा उत्पादन को लेकर वायुसेना प्रमुख की ये कोई पहली टिप्पणी नहीं है। 
 
खबरों के अनुसार, एयरचीफ मार्शल ने स्वदेशी परियोजनाओं में समयसीमा पार होने और अनुबंधों के बावजूद प्रणालियों के न आने पर निराशा जताई। एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने सीआईआई बिजनेस समिट 2025 में डिफेंस टेक्नोलॉजी पर बात करते हुए रक्षा खरीद परियोजनाओं की डिलीवरी में हो रही देरी पर चिंता जताई।
खासतौर पर स्वदेशी परियोजनाओं से जुड़े मामलों की ओर लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) कार्यक्रम का हवाला देते हुए वायुसेना प्रमुख ने कहा, तेजस Mk1A फाइटर जेट की डिलीवरी रुकी हुई है जो फरवरी 2021 में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के साथ हस्ताक्षरित हुई थी। ऑर्डर किए गए 83 विमानों में से अब तक कोई भी विमान नहीं दिया गया है।
 
भारत के रक्षा उत्पादन को लेकर वायुसेना प्रमुख की ये कोई पहली टिप्पणी नहीं है। पिछले साल अक्टूबर में वायुसेना प्रमुख का पदभार संभालने के कुछ समय बाद  उन्होंने कहा था कि भारत एक समय सैन्य तकनीक के मामले में चीन से आगे था,  लेकिन अब वह पिछड़ गया है।
IAF प्रमुख के अनुसार, देरी ने कई प्रमुख परियोजनाओं को प्रभावित किया है, जिसमें तेजस Mk1A लड़ाकू विमान भी शामिल है, ये डील 3 साल पहले होने के बावजूद अभी तक जेट्स डिलीवर नहीं हुआ है। समिट में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे। यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब खुद एयर फोर्स भी सरकार की मेक इन इंडिया पॉलिसी को तवज्जों दे रही है।
 
एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने कहा, युद्ध के तौर-तरीके बदल रहे। हर दिन नई तकनीकें आ रही है। ऑपरेशन सिंदूर ने हमें ये बताया कि हम किस दिशा में जा रहे हैं और भविष्य में हमें क्या चाहिए। इसलिए हमें बहुत काम करने की जरूरत है, तभी हम भविष्य में भी अपने उद्देश्यों को हासिल करने में सक्षम होंगे।
उन्होंने कहा, हम सिर्फ भारत में उत्पादन के बारे में बात नहीं कर सकते, हमें डिजाइनिंग के बारे में भी बात करनी होगी। हमें सेना और उद्योग के बीच विश्वास की जरूरत है। हमें बहुत खुलापन दिखाने की जरूरत है। एक बार जब हम किसी चीज के लिए प्रतिबद्ध हो जाते हैं तो हमें उसे पूरा करना चाहिए।

वायुसेना प्रमुख ने सलमान खान अभिनीत फिल्म 'वांटेड' के संवादों का भी जिक्र किया, जिसमें कहा गया है, एक बार जो हमने कमिट कर दिया है, (तो) फिर मैं अपनी आप की भी नहीं सुनता। उन्होंने इस संवाद को उद्धृत करके इस बात पर जोर दिया कि रक्षा परियोजनाओं पर सशस्त्र बलों से की गई प्रतिबद्धताओं का पालन किया जाना चाहिए।
 
अपनी स्पष्ट भाषा के लिए मशहूर एयर चीफ मार्शल सिंह ने कहा कि करीब एक दशक पहले भारतीय वायुसेना अपनी खरीद के लिए बड़े पैमाने पर बाहर की ओर देख रही थी, लेकिन बदलाव के बाद इसने भारत के भीतर अवसरों की तलाश शुरू कर दी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मौजूदा भू-राजनीतिक स्थिति ने हमें एहसास कराया है कि आत्मनिर्भरता ही एकमात्र समाधान है।
Edited By : Chetan Gour
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