• Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. 5 Naxalites surrendered in Sukma Chhattisgarh
Last Modified: सुकमा/बीजापुर , शनिवार, 31 अगस्त 2024 (00:18 IST)

Chhattisgarh : सुकमा में 5 नक्सलियों ने किया सरेंडर, 2 गिरफ्तार

Chhattisgarh : सुकमा में 5 नक्सलियों ने किया सरेंडर, 2 गिरफ्तार - 5 Naxalites surrendered in Sukma Chhattisgarh
5 Naxalites surrendered in Sukma Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में शुक्रवार को एक महिला नक्सली समेत 5 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया तथा सुरक्षाबलों ने 2 माओवादियों को गिरफ्तार किया। एक अन्य घटना में सुरक्षाबलों ने बीजापुर जिले में माओवादियों द्वारा सुरक्षाबलों के लिए लगाई गई 3 बारूदी सुरंग का पता लगाया।
 
पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य घटना में सुरक्षाबलों ने बीजापुर जिले में माओवादियों द्वारा सुरक्षाबलों के लिए लगाई गई तीन बारूदी सुरंग का पता लगाया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आज महिला माओवादी दुधी भीमे तथा वेट्टी राजा, वंजाम गंगा, दुधी पोज्जा और कवासी भीमा ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
उन्होंने बताया कि नक्सलियों ने माओवादियों की 'खोखली' और 'अमानवीय' विचारधारा से निराश होकर आत्मसमर्पण किया है। अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली पुलिस दल पर हमले से पहले रेकी करने, सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए बम लगाने, सड़कें खोदने तथा पोस्टर और बैनर लगाने में शामिल थे।
 
उन्होंने बताया कि नक्सलियों को सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के अनुसार सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य घटना में सुरक्षाबलों ने किस्टाराम पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत पोटकपल्ली गांव के निकट वेको हिडमा और मदकम नंदा नामक दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया है।
उन्होंने बताया कि जिला रिजर्व गार्ड, 208वीं कोबरा बटालियन और स्थानीय पुलिस ने बृहस्पतिवार को दोनों नक्सलियों को गिरफ्तार किया। वह नवंबर 2023 में डब्बामरका गांव में सुरक्षाबलों को निशाना बनाकर बारूदी सुरंग लगाने की घटना में शामिल थे। इस घटना में दो ग्रामीण घायल हुए थे।
 
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबलों ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में माओवादियों द्वारा लगाई गई तीन बारूदी सुरंग का पता लगाया। ये बारूदी सुरंग मोकुर और पेद्दागेलुर गांव के जंगल के बीच लगाई गई थी। उन्होंने बताया कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 168वीं बटालियन का एक दल बारूदी सुरंगों को हटाने का अभ्यास कर रहा था। इस दौरान उन्हें बारूदी सुरंग की जानकारी मिली।
अधिकारियों ने बताया कि बाद में सीआरपीएफ के बम निरोधक दस्ते ने बमों को नष्ट कर दिया। उन्होंने बताया कि माओवादी अक्सर बस्तर संभाग में सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए विस्फोटक लगाते हैं। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour