मध्यप्रदेश में एक बार फिर भगवान राम पर सियासी 'महाभारत', यात्रा पर कांग्रेस का 'यूटर्न'
भोपाल। मध्यप्रदेश में एक बार फिर भगवान राम को लेकर सियासत गरमा गई। चित्रकूट से कांग्रेस के विधायक नीलाशुं चतुर्वेदी ने जिस राम वन गमन पथ यात्रा को २ अक्टूबर को रवाना किया था, अब उस यात्रा पर निर्वाचन आयोग ने रोक लगा दी है।
यात्रा को आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए डिंडौरी जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए यात्रा के रथ को शाहपुरा पुलिस ने जब्त कर लिया गया है। यात्रा को रोके जाने के बाद कांग्रेस भाजपा और चुनाव आयोग पर हमलावर हो गई है। कांग्रेस ने इसे प्रशासन की मनमानी करार दिया है।
कांग्रेस प्रवक्ता अभय दुबे ने यात्रा को धर्मिक बताते हुए कहा कि राम वन गमन पथ यात्रा एक गैर राजनीतिक यात्रा है, जिसमें समाज के सभी वर्ग के लोग शामिल हो रहे थे। अभय दुबे ने इसे कांग्रेस की यात्रा मानने से इंकार कर दिया है। कांग्रेस ने यात्रा को रोके जाने को लेकर भाजपा पर सवाल उठाए है।
कांग्रेस ने भाजपा पर भगवान राम का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने भाजपा के दबाव में यात्रा को रोका है। यात्रा के प्रभारी हरिशंकर शुक्ला ने यात्रा के जब्त रथ को छुड़ाने के लिए शाहपुरा थाने में धरने का ऐलान कर दिया है। वहीं भाजपा ने कांग्रेस के आरोप को खारिज कर दिया है।
भाजपा के मुख्य प्रवक्ता दीपक विजयवर्गीय का कहना है कि कांग्रेस हार को देखते हुए संवैधानिक संस्थाओं के अपमान कर रही है। भाजपा का कहना है कि कांग्रेस के ये आरोप पूरी तरह गलत है भाजपा के दबाव में चुनाव आयोग ने यात्रा को रोक दिया है। वहीं पूरे मामले पर डिंडौरी जिला प्रशासन का कहना है कि यात्रा को लेकर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें भाजपा के खिलाफ बयान दिए जा रहे थे। वीडियो की जांच के बाद प्रशासन ने यात्रा को रोक ने की कार्रवाई की।