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 Premanand ji maharaj is suffering from which disease: वृंदावन के संत, प्रेमानंद महाराज जी, अपनी ज्ञान भरी बातों और भक्तिमय जीवन शैली के कारण दुनिया भर में पूजनीय हैं। पिछले कुछ समय से उनकी सेहत को लेकर चर्चाएं गर्म हैं। महाराज जी पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज  नामक एक गंभीर आनुवंशिक बीमारी से जूझ रहे हैं, जिसके कारण उनकी दोनों किडनियां खराब हो चुकी हैं। उन्हें प्रतिदिन डायलिसिस (Dialysis) पर रहना पड़ता है।
Premanand ji maharaj is suffering from which disease: वृंदावन के संत, प्रेमानंद महाराज जी, अपनी ज्ञान भरी बातों और भक्तिमय जीवन शैली के कारण दुनिया भर में पूजनीय हैं। पिछले कुछ समय से उनकी सेहत को लेकर चर्चाएं गर्म हैं। महाराज जी पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज  नामक एक गंभीर आनुवंशिक बीमारी से जूझ रहे हैं, जिसके कारण उनकी दोनों किडनियां खराब हो चुकी हैं। उन्हें प्रतिदिन डायलिसिस (Dialysis) पर रहना पड़ता है।
                     HFMD:भारत में कई जगहों पर, विशेष रूप से दिल्ली और उत्तर प्रदेश के एटा जिले में बच्चों के बीच "हैंड-फुट-माउथ सिंड्रोम" (Hand-Foot-and-Mouth Disease - HFMD) के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। यूपी के कई जिलों में हैंड फुट माउथ सिंड्रोम (HFMS) वायरस का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। 50 से ज्यादा बच्चे अब तक संक्रमित पाए गए हैं। यह वायरस खासतौर पर 10 साल तक के बच्चों को प्रभावित करता है।
HFMD:भारत में कई जगहों पर, विशेष रूप से दिल्ली और उत्तर प्रदेश के एटा जिले में बच्चों के बीच "हैंड-फुट-माउथ सिंड्रोम" (Hand-Foot-and-Mouth Disease - HFMD) के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। यूपी के कई जिलों में हैंड फुट माउथ सिंड्रोम (HFMS) वायरस का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। 50 से ज्यादा बच्चे अब तक संक्रमित पाए गए हैं। यह वायरस खासतौर पर 10 साल तक के बच्चों को प्रभावित करता है।
                     Eye symptoms of anemia: शरीर में खून की कमी, जिसे एनीमिया भी कहते हैं, एक आम स्वास्थ्य समस्या है, जो दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करती है। यह तब होता है जब शरीर में स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या कम हो जाती है। एनीमिया के शुरुआती लक्षण अक्सर बहुत सूक्ष्म होते हैं और उन्हें पहचानना मुश्किल हो सकता है, लेकिन हमारी आँखें इस स्थिति का पहला संकेत दे सकती हैं। शरीर के अन्य हिस्सों की तरह ही, आँखें भी शरीर के स्वास्थ्य का आईना होती हैं। आइए जानते हैं कि खून की कमी होने पर आँखों में कौन-कौन से लक्षण नजर आते हैं और इसका क्या समाधान है।
Eye symptoms of anemia: शरीर में खून की कमी, जिसे एनीमिया भी कहते हैं, एक आम स्वास्थ्य समस्या है, जो दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करती है। यह तब होता है जब शरीर में स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या कम हो जाती है। एनीमिया के शुरुआती लक्षण अक्सर बहुत सूक्ष्म होते हैं और उन्हें पहचानना मुश्किल हो सकता है, लेकिन हमारी आँखें इस स्थिति का पहला संकेत दे सकती हैं। शरीर के अन्य हिस्सों की तरह ही, आँखें भी शरीर के स्वास्थ्य का आईना होती हैं। आइए जानते हैं कि खून की कमी होने पर आँखों में कौन-कौन से लक्षण नजर आते हैं और इसका क्या समाधान है।
                     इज़राइल ने तो डोनाल्ड ट्रंप को अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ ऑनर दे ही दिया। दुनिया की सबसे बड़ी डेमोक्रेसी का सबसे बड़ा पुरस्कार 'भारत रत्न' – जो सचिन तेंदुलकर, अटल बिहारी वाजपेयी, नेल्सन मंडेला, आदि जैसी महान हस्तियों को मिला है, लेकिन अब वक्त आ गया है कि इसे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को थोप दिया जाए! क्यों?
इज़राइल ने तो डोनाल्ड ट्रंप को अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ ऑनर दे ही दिया। दुनिया की सबसे बड़ी डेमोक्रेसी का सबसे बड़ा पुरस्कार 'भारत रत्न' – जो सचिन तेंदुलकर, अटल बिहारी वाजपेयी, नेल्सन मंडेला, आदि जैसी महान हस्तियों को मिला है, लेकिन अब वक्त आ गया है कि इसे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को थोप दिया जाए! क्यों?
                     Chhath Mahaparv: भारतीय संस्कृति में प्रकृति के तत्वों- सूर्य, जल, वायु को देवतुल्य मानकर पूजा जाता है। इन सभी में छठ महापर्व सूर्य (सूर्य देव) और उनकी शक्ति (छठी मैया) की उपासना का सबसे शुद्ध और अलौकिक माध्यम है। लोक आस्था का यह महापर्व कठोर तप, अनुशासन और पवित्रता का प्रतीक है, जो केवल बिहार-झारखंड तक सीमित न रहकर आज पूरे विश्व में मनाया जाता है।
Chhath Mahaparv: भारतीय संस्कृति में प्रकृति के तत्वों- सूर्य, जल, वायु को देवतुल्य मानकर पूजा जाता है। इन सभी में छठ महापर्व सूर्य (सूर्य देव) और उनकी शक्ति (छठी मैया) की उपासना का सबसे शुद्ध और अलौकिक माध्यम है। लोक आस्था का यह महापर्व कठोर तप, अनुशासन और पवित्रता का प्रतीक है, जो केवल बिहार-झारखंड तक सीमित न रहकर आज पूरे विश्व में मनाया जाता है।