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Lockdown में बच्चों को जरूर सिखाएं कैसे संभालें और सहेज कर रखें अपना सामान

Lockdown में बच्चों को जरूर सिखाएं कैसे संभालें और सहेज कर रखें अपना सामान - Lockdown learning time
बच्चे मन के सच्चे होते हैं। बचपन में आप उन्हें जैसा सिखाएंगे, बोलेंगे, करने के लिए कहेंगे वैसा वह सिखते जाएंगे। साथ ही यह भी कहा जाता है कि बचपन की सिखाई हुई चीज कभी भी भूल नहीं सकते हैं। वही इन दिनों कोरोना महामारी के दौरान स्कूल बंद है और बच्चे अपने घर पर ही है। ऐसे में आप बच्चों को आसानी से सिखा सकते हैं कि कैसे वह अपने सामान को सहेजकर, संभालकर रखें और इधर-उधर नहीं रखने की बजाएं समेट कर रख दें। 
 
तो आइए जानते हैं कुछ खास टिप्स-
 
1. बच्चों को खाना-पीना, घूमना और खेलना सबसे अधिक पसंद है। लेकिन अगर गलती करने पर उन्हें डांटने की बजाएं आप उन्हें सिखाते हैं तो वह जल्दी उस बात को याद रखेंगे।
 
2. अक्सर बच्चे हर काम के लिए मां को आवाज लगाते हैं आप 21 दिन तक उनके साथ रहकर बिखरी हुई चीजों को समेटना सिखाएं। साथ ही यह भी बताएं कि उन्हें किस जगह पर वापस रखना है। जब मां घर पर नहीं होती है तब बच्चों को भी परेशानी नहीं होती है और वह आसानी से अपने सभी काम समेट लेते हैं।
 
3. जब भी बच्चों को कार्य करने के तरीके सिखाए जाते हैं उसकी शुरुआत उनके रूम से करें। उन्हें बताएं सुबह उठने के बाद अपने रूम को साफ करके बाहर निकलें।
 
4. रूम को एकदम साफ रखें। अपने कपड़ों को ठीक करके अलमारी में ही रखें। अपने सामान को उपयोग करने के बाद उसी स्थान पर रखें। ताकि जरूरत पड़ने पर वापस मिल जाएं। अगर यह आदत बचपन से ही बच्चों में डाल दी जाती है तो वह धीरे-धीरे खुद समझकर करने लगते हैं।
 
5. बच्चों को कभी भी डांटकर चीजें नहीं सिखाएं। कहते हैं 21 दिन प्रैक्टिस करने के बाद कोई भी हो वह उस कार्य को करने का आदि हो जाता है। इसीलिए बच्चे भी किसी कार्य को 21 दिन तक लगातार करने के बाद वह भी सीख जाएंगे।
 
लॉकडाउन किसी भी कार्य को सीखने का सबसे बेहतरीन समय है। इन दिनों में कही बाहर जाने का कोई मौका नहीं है। ऐसे में सभी आयु वर्ग के लोग घर पर रहकर बहुत कुछ सीख सकते हैं। तो इस समय का बेहतरीन तरीके से सदुपयोग कर बच्चों को जीवन जीने के गुर जरूर सिखाएं।
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