शुक्रवार, 10 जनवरी 2025
  • Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. व्रत-त्योहार
  3. मकर संक्रां‍ति
  4. Famous kite festivals in India Makar Sankranti celebrations
Written By WD Feature Desk
Last Modified: गुरुवार, 9 जनवरी 2025 (15:18 IST)

Famous Kite Festivals : भारत के इन काइट फेस्टिवल्स में छुपी है संस्कृति की झलक

ये हैं भारत के सबसे फेमस काइट फेस्टिवल्स, जानिए कैसी होती है यहां पतंगबाजी की धूम

Kite festivals of India
Kite festivals of India
Kite festivals of India : भारत एक ऐसा देश है, जहां हर त्योहार एक उत्सव की तरह मनाया जाता है। पतंगबाजी भी भारतीय संस्कृति का एक अहम हिस्सा है, जिसे कई फेस्टिवल्स के दौरान बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। देश के अलग-अलग हिस्सों में पतंगबाजी की अनोखी परंपराएं देखने को मिलती हैं, जहां आसमान रंग-बिरंगी पतंगों से भर जाता है। इन त्योहारों में केवल पतंग उड़ाना ही नहीं, बल्कि खाने-पीने, संगीत और पारिवारिक मेलजोल का भी आनंद लिया जाता है। आइए जानते हैं भारत के सबसे प्रसिद्ध काइट फेस्टिवल्स के बारे में और यह कैसे मनाए जाते हैं।
 
1. गुजरात : उत्तरायण (अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव)
गुजरात का उत्तरायण काइट फेस्टिवल भारत का सबसे प्रसिद्ध काइट फेस्टिवल है। यह हर साल 14 और 15 जनवरी को मकर संक्रांति के अवसर पर मनाया जाता है। खासकर अहमदाबाद में आयोजित होने वाला यह फेस्टिवल एक अंतरराष्ट्रीय आकर्षण बन चुका है। इस दौरान देश-विदेश के लोग गुजरात आते हैं और यहां की रंगीन संस्कृति का आनंद लेते हैं।
 
कैसे मनाया जाता है :
उत्तरायण के दिन सुबह से ही लोग अपनी छतों पर आ जाते हैं और पतंग उड़ाने लगते हैं। बच्चे, बूढ़े और जवान सभी अपनी पतंगों को ऊंची उड़ान देने की कोशिश में जुट जाते हैं। यहां पतंगबाजी के मुकाबले भी होते हैं, जहां लोग दूसरों की पतंगों को काटने की कोशिश करते हैं और जोर से "काई पो छे!" चिल्लाते हैं। इस दौरान खास तौर पर तिल-गुड़ के लड्डू और खिचड़ी जैसे पकवान बनाए जाते हैं। शाम होते ही छतों पर संगीत और नृत्य का माहौल बन जाता है।
 
2. राजस्थान : जयपुर काइट फेस्टिवल
राजस्थान की राजधानी जयपुर का काइट फेस्टिवल भी मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित होता है। यह फेस्टिवल अपने शाही अंदाज के लिए जाना जाता है। जयपुर के ऐतिहासिक किलों और महलों के बीच पतंगबाजी का आनंद लेना एक अलग ही अनुभव देता है।
 
कैसे मनाया जाता है :
इस फेस्टिवल के दौरान जयपुर के लोग अपनी छतों से पतंग उड़ाते हैं और आसमान को रंग-बिरंगी पतंगों से भर देते हैं। यहां पतंग उड़ाने के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोक संगीत और नृत्य का आयोजन भी किया जाता है। जयपुर का नजारा इस दिन किसी सपने से कम नहीं लगता। रात को मोमबत्तियों और लाइट्स से सजी पतंगें आसमान को और भी खूबसूरत बना देती हैं।
 
3. पंजाब : बैसाखी काइट फेस्टिवल
बैसाखी का त्योहार पंजाब में फसल की कटाई के बाद नई शुरुआत के रूप में मनाया जाता है। इस मौके पर पतंगबाजी एक खास परंपरा बन चुकी है। बैसाखी के दिन पूरे पंजाब में लोग अपने घरों और खेतों में पतंग उड़ाते हैं।
 
कैसे मनाया जाता है :
बैसाखी के दौरान पतंगबाजी को लेकर पंजाब के लोगों में खास उत्साह देखने को मिलता है। इस दिन लोग अपने दोस्तों और परिवार के साथ खेतों या घर की छतों पर इकट्ठा होते हैं और पतंगबाजी का मजा लेते हैं। पारंपरिक पकवानों के साथ-साथ गिद्दा और भांगड़ा नृत्य का आयोजन भी किया जाता है। यह त्योहार खुशी और ऊर्जा से भरा होता है, जिसमें पतंगें आसमान में एक नई उमंग का संदेश देती हैं।
 
4. असम : बिहू काइट फेस्टिवल
बिहू असम का प्रमुख त्योहार है, जो साल में तीन बार अलग-अलग मौसम में मनाया जाता है। बिहू के दौरान पतंगबाजी एक खास आकर्षण होता है, जिसे लोग बहुत उत्साह के साथ मनाते हैं।
 
कैसे मनाया जाता है :
बिहू के समय असम में लोग सुबह से ही अपने घरों की छतों पर पतंग उड़ाने लगते हैं। पारंपरिक असमिया पोशाक में सजे लोग इस त्योहार का आनंद लेते हैं। पतंगबाजी के साथ-साथ बिहू नृत्य, लोकगीत और पारंपरिक भोजन का भी आयोजन होता है। यह त्योहार प्रकृति के करीब रहकर उत्सव मनाने का मौका देता है। 
ये भी पढ़ें
बुध का देवगुरु की राशि धनु में गोचर, जानिए किसे होगा सबसे ज्यादा फायदा