मध्यप्रदेश में कमलनाथ और अरुण यादव के बीच बढ़ी तनातनी!, खंडवा में जिला व शहर अध्यक्ष की नियुक्ति पर रोक
भोपाल। विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस पार्टी में सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है। एक और जहां पार्टी चुनाव से पहले जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं में उत्साह भरकर अपने संगठन को मजबूत करने में जुटी हुई है। वहीं दूसरी ओर पार्टी के बड़े नेताओं के बीच गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है।
पिछले दिनों कमलनाथ को भावी मुख्यमंत्री बताए जाने पर सवाल उठाने वाले पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव के गृह जिले खंडवा में नवनियुक्त जिला कांग्रेस अध्यक्ष और शहर कांग्रेस की नियुक्ति पर रोक लगा दी है, जिसे अरुण यादव के लिए एक झटके के तौर पर देखा जा रहा है।
प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल ने एक पत्र जारी कर हाल में ही खंडवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष पद पर नियुक्त किए गए मनोज भरतकर और शहर कांग्रेस अध्यक्ष मोहन धाकसे की नियुक्ति पर रोक लगा दी है। प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल ने नियुक्तियों की होल्ड होने की वजह इन दोनों नेताओं के खिलाफ स्थानीय स्तर पर प्राप्त शिकायतों को बताया है। खंडवा से पहले कांग्रेस ने इंदौर में भी कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति पर रोक लगा दी थी।
खंडवा जिला कांग्रेस में नियुक्तियों पर ऐसे समय रोक लगाई गई है, जब खंडवा से आने वाले पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने कमलनाथ को भावी मुख्यमंत्री बताए जाने पर सवाल उठाए थे। मीडिया से बातचीत में अरुण यादव ने कहा था मुख्यमंत्री कौन बनेगा, यह चुनाव के बाद तय होगा। वहीं उन्होंने कहा था कि कांग्रेस विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं घोषित करती है। मीडिया से बात में अरुण यादव ने कहा था कि मध्यप्रदेश में नेतृत्व कौन करेगा यह मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद तय होगा, मुख्यमंत्री कौन बनेगा, यह सत्ता में आने के बाद तय होगा।
भाजपा के निशाने पर कमलनाथ- कांग्रेस में बड़े नेताओं के बीच मचे घमासान पर भाजपा चुटकी लेने से पीछे नहीं है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस में नियुक्तियों को होल्ड किए जाने पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी और कमलनाथ के नेतृत्व में पूरी कांग्रेस ही होल्ड पर रखी हुई है,करते हैं और होल्ड कर देते हैं। जनता भी कांग्रेस को होल्ड पर ही रखने वाली है। वहीं गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस बड़े नेताओं के बीच मचे घमासान पर कहा कि कांग्रेस में भावी मुख्यमंत्री कौन हों इसको लेकर रस्साकस्सी चल रही है और जिलाध्यक्ष होल्ड किए जा रहे है। चुनाव आते-आते भावी मुख्यमंत्री भी होल्ड कर दिए जाएंगे।