खरगोन हिंसा, 2 बच्चों की मां लक्ष्मी का अब तक सुराग नहीं, कर्फ्यू में मिली 2 घंटे की ढील
खरगोन। मध्य प्रदेश के सांप्रदायिक हिंसा प्रभावित खरगोन में 5 दिन से लापता महिला लक्ष्मी अब तक सुराग नहीं लग पाया है। हिंसा वाले दिन अपने बच्चों की खोज में निकली यह महिला अब भी लापता है। दूसरी ओर, प्रशासन ने हिंसा के आरोपियों के अवैध निर्माण भी ढहाए हैं।
गत रविवार को खरगोन में रामनवमी के जुलूस पर पथराव के बाद आगजनी और हिंसा की घटना हुई थी, जिसके बाद से पूरे जिले में यहां तक कि आसपास के जिलों में भी तनाव के माहौल है। परिवार अब पुलिस से लक्ष्मी को खोजने की गुहार लगा रहा है। लक्ष्मी के 2 बच्चे हैं। बेटा अभिजीत 10 साल का है, जबकि बेटी अदिति 7 साल की है। दोनों ही बच्चे मां के बिना उदास हैं।
कर्फ्यू में 2 घंटे की ढील : खरगोन में शुक्रवार को लोगों को आवश्यक सामान खरीदने की सुविधा प्रदान करने के लिए कर्फ्यू में दो घंटे की ढील दी गई। खरगोन कलेक्टर अनुग्रह पी. ने कहा कि रामनवमी समारोह के दौरान शहर में दंगे भड़कने के बाद रविवार शाम को लगाए गए कर्फ्यू में शुक्रवार सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक ढील दी गई। इस दौरान दूध, सब्जी, मेडिकल और राशन की दुकानों को दो घंटे तक खुले रहने की अनुमति दी गई।
स्थिति नियंत्रण में : जिले के प्रभारी पुलिस अधीक्षक रोहित काशवानी ने कहा कि शहर की कानून व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में है तथा आगे स्थिति के आधार पर कर्फ्यू में और ढील दी जाएगी। काशवानी ने कहा कि हिंसा के सिलसिले में अब तक 41 मामले दर्ज किए गए हैं और 144 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। रविवार को खरगोन में रामनवमी के जुलूस पर पथराव के बाद आगजनी और हिंसा की घटनाएं हुई थी।
हिंसा के दौरान पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी को पैर में गोली लगी थी। चौधरी के अवकाश पर होने के कारण काशवानी को कार्यवाहक एसपी नियुक्त किया गया है।