Twitter War: प्रदेश में दंगे भड़काना चाहती है कांग्रेस, बोले शिवराज, कमलनाथ का पलटवार, मुझे पागल कहना जनता का अपमान
भोपाल। मध्यप्रदेश शांति पसंद जनता ने भले ही रामनवमी और हनुमान जयंती पर सामाजिक सौहार्द की नई मिसाल पेश की हो लेकिन सियासी दलों को दंगे और फसाद की राजनीति रास आ रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमयंत्री कमलनाथ अब इस मुद्दें पर पूरी तरह आमने-सामने है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के छिंदवाड़ा में इफ्तार पार्टी में दिए बयान को लेकर भाजपा उन पर हमलावर है। दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इफ्तार के कार्यक्रम में रोजेदारों से औपचारिक बातचीत में कहा था आप छिंदवाड़ा संभालो पूरे मध्यप्रदेश की जिम्मेदारी मुझ पर है। आप सभी को और अधिक सक्रिय होकर कार्य करना होगा। आप देख ही रहे हैं। बीजेपी कैसे पूरे देश में दंगा फसाद करवा रही है।
कमलनाथ के भाजपा के दंगे फसादे कराने वाले बयान पर आज लगातार दूसरे दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन पर हमला बोला। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश शांति का टापू है। रामनवमी हो या हनुमान जयंती हो पूरे प्रदेश में ना केवल शांति बल्कि सौहार्द और सद्भाव के साथ मनाई गई लेकिन कांग्रेस को ये रास नहीं आ रहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि मध्यप्रदेश शांति का टापू ना रहे यहां दंगे, फसाद हों। मुझे तो आश्चर्य होता है कांग्रेस के वयोवृद्ध नेता, पूर्व मुख्यमंत्री जब 2018 में मुख्यमंत्री नहीं थे चुनाव के पहले तब भी ये कह रहे थे और जोर-जोर से कह रहे थे कि मुसलमानों के पोलिंग बूथ पर 90% वोट क्यों नहीं डलते, वोट डलवाओ नहीं तो नुकसान हो जाएगा। उस समय का वीडियो दुनिया ने देखा है कि वो केवल वोटबैंक मानकर के काम करते हैं। क्या वोट के लिए लोगों को भड़काया जाएगा, धर्मों में और जातियों में?
कमलनाथ पर हमला बोलते हुए शिवराज ने कहा कि अभी परसों की घटना है कमलनाथ रोजा इफ्तार के समय फिर कह रहे हैं इस साल दंगे भड़क रहे हैं प्रदेश में,अरे कहाँ मध्यप्रदेश में दंगे भड़क रहे हैं? कहाँ मध्यप्रदेश में अशांति है? लेकिन वोटों की भूख में आप इतने पागल हो गए हैं कि मध्यप्रदेश को झोंकना चाहते हैं,आप अशांति और वैमनस्य की खाई में? क्या आप मन ही मन कामना करते हैं कि दंगे भड़क जाएं?
कमलनाथ का पलटवार- वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पलटवार किया है। कमलनाथ ने ट्वीटर पर लिखा कि “शिवराज जी कुछ दिन पहले आप मेरा अंत करना चाहते थे और आज आपने मुझे पागल कहा है। पूरी दुनिया देख रही है कि मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री कैसी हरकतें कर रहा है? उसके भीतर की सारी सभ्यता, मर्यादा और संस्कार समाप्त हो चुके हैं। वह सड़क छाप गुंडों की भाषा बोल रहा है। मुझे अपने अपमान की फिक्र नहीं है। मैं तो पिछले 44 साल से मध्य प्रदेश की जनता की सेवा कर रहा हूं और आखिरी सांस तक करता रहूंगा। लेकिन मुझे दुख इस बात का है कि मध्य प्रदेश जैसे महान राज्य के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर ऐसे कुंठित विचारों वाला व्यक्ति बैठा है। ऐसे व्यक्ति का मुख्यमंत्री होना प्रदेश की 8 करोड़ जनता का अपमान है”।
कमलनाथ ने आगे लिखा कि “मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि आप का षड्यंत्र कामयाब नहीं होगा। शिवराज जी मध्य प्रदेश शांति का टापू था और रहेगा। लेकिन आपने अपने 18 साल के कुशासन में मध्यप्रदेश की शांति भंग कर दी है। जब आप सुबह मीडिया से मुखातिब होकर मुझे गालियां दे रहे थे, तब भी मुख्यमंत्री आवास के बाहर हजारों कर्मचारी आप के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। आपने नौजवानों से रोजगार छीन लिया है, किसानों से उपज का सही मूल्य छीन लिया है, बहनों से उनकी सुरक्षा छीन ली है, अल्पसंख्यक, दलित और आदिवासियों से सामाजिक न्याय छीन लिया है, पिछड़ा वर्ग से कांग्रेस का दिया आरक्षण छीन लिया है, सामान्य वर्ग से विकास की संभावनाएं छीन ली हैं। आपने हर वर्ग के जीवन से सुख शांति का हरण कर लिया है। आपने 18 साल में पूरी एक पीढ़ी बर्बाद कर दी है। इतिहास आपको कभी माफ नहीं करेगा।