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Written By Author विकास सिंह
Last Updated : गुरुवार, 10 नवंबर 2022 (15:44 IST)

चंबल में डकैत नहीं चाहिए से शुरु हो गया था डकैत गुड्डा गुर्जर के आतंक के खात्मे का काउंटडाउन

60 हजार के ईनामी डकैत गुड्डा गुर्जर के शॉर्ट एनकाउंटर की इनसाइड स्टोरी

चंबल में डकैत नहीं चाहिए से शुरु हो गया था डकैत गुड्डा गुर्जर के आतंक के खात्मे का काउंटडाउन - Inside story of dacoit Gudda Gurjar short encounter
चंबल के बीहड़ के कुख्यात 60 हजार के इनामी डकैत गुड्डा गुर्जर को पुलिस ने शॉर्ट एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया है। चंबल के बीहड़ में लंबे अरसे से आतंक का पर्याय बने डकैत गुड्डा गुर्जर का बुधवार रात करीब 8 बजे ग्वालियर से 40 किलोमीटर दूर घाटीगांव के जंगलों में पुलिस पार्टी से आमना सामना हो गया। आमने सामने की मुठभेड़ में दोनों ओर से 100 राउंड से अधिक फायरिंग में गुड्डा गुर्जर पैर में गोली लगने से पुलिस की गिरफ्तर में आ गया वहीं उसके तीन अन्य साथ फायरिंग करते हुए फरार हो गए।

डकैत गुड्डा गुर्जर का सलाखों के पीछे पहुंचना ग्वालियर और चंबल पुलिस प्रशासन के लिए बहुत बड़ी राहत है। पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती बने गुड्डा गुर्जर को पुलिस ने ऐसे समय पकड़ा है जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को ग्वालियर और मुरैना के दौरे पर जा रहे है।  

डकैत गुड्डा गुर्जर के मुठभेड़ की पूरी कहानी-चंबल के बीहड़ का कुख्यात डकैत गुड्डा जिसकी तलाश में पुलिस की कई टीमें लंबे समय से बीहड़ की खाक छान रही थी, आखिरकार मुखिबर की सूचना पर पुलिस के घेर में आ गया। गुड्डा गुर्जर को पकड़ने के लिए चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन के अफसरों को बुधवार की शाम मुखबिर से सूचना मिली की गुड्डा गुर्जर अपनी गैंग के कुछ साथियों के साथ श्योपुर के रास्ते भँवरपुरा के जंगल मे दाखिल हुआ है। मुखबिर की सूचना पर सर्च ऑपरेशन से जुड़े 14 अफसरों की टीम घाटीगांव-भंवरपुरा के जंगलों में दाखिल हो गई।

जंगल में दाखिल होते ही पुलिस की टीम का सामना गुड्डा गुर्जर की गैंग से हो गया। पुलिस की टीम को देखते ही गुड्डा गुर्जर औऱ उसके साथियों ने पुलिस की टीम पर फायर झोंक दिया। इसके बाद पुलिस की टीम ने भी जवाबी फायरिंग की। करीब दो घंटे तक पुलिस और गुड्डा गुर्जर की गैंग में रूक-रूककर फायरिंग होती रही। इस दौरान दोनों तरफ से करीब 100 राउंड से अधिक फ़ायरिंग हुई। पुलिस की ओर से हुई जवाबी फायरिंग में डकैत गुड्डा गुर्जर के पैर में गोली लग गई। अपने सरगना को घायल होता देख गैंग के अन्य साथ फायरिंग करते हुए फरार हो गए। इसके बाद पुलिस की टीम ने गुड्डा गुर्जर को घायल अवस्था में गिरफ्तार कर लिया। वहीं गुड्डा के गैंग के बाकी 3 सदस्य फरार होने में कामयाब हो गए। मुठभेड़ में घायल हुए डकैत गुड्डा गुर्जर को ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

चंबल में डकैत नहीं चाहिए से शुरु हुई कहानी- 60 हजार का ईनामी डकैत गुड्डा गुर्जर पुलिस प्रशासन के साथ सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन गया। चंबल के बीहड़ से डकैतों का सफाया करने का दावा करने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद अफसरों के साथ हुई बैठक में डकैत गुड्डा गुर्जर के आतंक पर कड़ी  नाराजगी जताई थी। मुख्यमंत्री ने अफसरों के साथ बैठक में दो टूक कहा था कि हमें चम्बल में डकैत नहीं चाहिए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिलों के अफसरों के साथ हुई बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सख्त तेवर दिखाते हुए कहा था कि डाकू लोगों को परेशान कर रहा है, हमारे पास भी जानकारियां है। हमें चम्बल में डाकू नहीं चाहिए। 

सीएम शिवराज की नाराजगी के बाद ग्वालियर और चंबल पुलिस ने गुड्डा गुर्जर के खात्मे के लिए बड़ा ऑपरेशन शुरु किया। एडीजी चम्बल राजेश चावला और एडीजी ग्वालियर डी श्रीनिवास ने अपने चुनिंदा अफसरों के साथ बैठक कर गुड्डा गुर्जर पर शिकंजा कसने का पूरा प्लान तैयार किया। इसके बाद पुलिस की अलग-अलग टीमें गुड्डा गुर्जर की तलाश में बीहड़ की खाक छानने में जुट गई। चंबल के पहाडग़ढ़ के जंगलों में पुलिस की टीमें गुड्डा गुर्जर की तलाश में जुटी हुई थी। पुलिस के बढ़ते शिकंजे के बाद डकैत गुड्डा गुर्जर लगातार मूवमेंट कर रहा था। 

डकैत गुड्डा गुर्जर पर शिकंजा कसते हुए पुलिस ने उसके सबसे भरोसेमंद और विश्वस्त साथी दस हजार के इनामी डकैत कल्ला उर्फ़ करुआ गुर्जर के घर पर बुलडोजर चला दिया। बताया जाता है कि पुलिस के बढ़ते दबाव के बाद डकैत कल्ला के परिजनों ने पुलिस से कहा कि वे दस दिन में ढूंढकर कल्ला को पुलिस के सामने हाजिर करवा देंगे। वहीं इसके बाद पुलिस ने गुड्डा गुर्जर के परिवार पर शिकंजा कस दिया और ताबड़तोड़ डकैत गुड्डा गुर्जर के करीबियों को गिरफ्तार करने लगी। एक दिन पहले ही पुलिस डकैत गुड्डा गुर्जर के परिवार के 4 सदस्यों को गिफ्तार कर लिया था। माना जा रहा है कि परिवार के सदस्यों से ही पुलिस को डकैत गुड्डा गुर्जर के मूवमेंट के अहम सुराग हासिल हुए थे।

मर्डर के 3 सहित 30 से अधिक मामले दर्ज-मुरैना जिले के चांचौल गांव में रहने वाला गुड्डा गुर्जर पर पुलिस ने 60 हजार का ईनाम रखा था। जिसमें एडीजी ग्वालियर की तरफ से 30 हजार और एडीजी चंबल की तरफ से 30 हजार का इनाम था। डकैत गुड्डा गुर्जर ग्वालियर-चंबल में सबसे अधिक ईनामी राशि वाला डकैत था।

डकैत गुड्डा गुर्जर पर हत्या के 3 और  हत्या के प्रयास के 5 मामले सहित 30 से अधिक मामले दर्ज थे। डकैत गुड्डा गुर्जर उस वक्त पहली बार चर्चा में आय़ा था जब उसने 2017 में मुरैना के बनमोर के पहाड़ी गांव के जखौदा गांव में जितेंद्र सिंह गुर्जर और उसके भाई बंटी गुर्जर की गोली मारकर हत्या कर दी थी। दोहरे हत्याकांड में डकैत गुड्डा गर्जर तो फरार हो गया लेकिन गिरोह के चार अन्य सदस्य पकड़े गए और उन्हें उमक्रैद की सजा हुई।

डकैत गुड्डा गुर्जर के खौफ का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसने शिवपुरी जिले के डोंमरी गांव और उसके आसपास के पत्थर खदान के मालिकों के सीने पर बंदूक अड़ाकर 10 लाख रुपए के टैरर टैक्स की वसूली की थी।

वही डकैत गुड्डा गुर्जर ने ग्वालियर के चिनोर में व्यापरियों से 25-25 लाख के टैरर टैक्स की मांग की थी। डकैत ने व्यापारियों को डाक के माध्यम से पत्र भेजकर टैरर टैक्स की मांग की है और मांग पूरी नहीं होने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी है। इसके साथ ही डकैग गुड्डा गुर्जर ने मुरैना के चांचौल गांव को खाली करने का सुनाया फरमान था।