गुरुवार, 16 जनवरी 2025
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. मध्यप्रदेश
  4. Differences between party leaders came out openly in BJP district president elections
Last Updated : गुरुवार, 16 जनवरी 2025 (12:49 IST)

पार्टी विद द डिफरेंस कहलाने वाली भाजपा में जिला अध्यक्ष चुनाव में पार्टी विद डिफरेंसेस की झलक

पार्टी विद द डिफरेंस कहलाने वाली भाजपा में जिला अध्यक्ष चुनाव में पार्टी विद डिफरेंसेस की झलक - Differences between party leaders came out openly in BJP district president elections
भोपाल। पार्टी विद द डिफरेंस का दावा करने वाली भाजपा में मध्यप्रदेश में जिला अध्यक्षों के चुनाव में बड़े नेताओं  के बीच ऐसी खींचतान मची है कि अब इसे पार्टी विद द डिफरेंसेस (मतभेद) कहा जा सकता है। भाजपा अब तक 47 जिला अध्यक्षों के नामों का एलान कर चुकी है लेकिन इंदौर जैसे जिले में अब तक जिला अध्यक्ष के नाम की घोषणा नहीं होना, पार्टी के दिग्गज नेताओं की बीच मतभेद को साफ तौर पर दिखाता है। यह तब है कि मालवा के अहम जिला इंदौर को संघ की नर्सरी कहा जाता है और यहां  की राजनीति में संघ का बेहद दखल है।

जिला अध्यक्ष पर इंदौर के बड़े नेताओं के बीच अहम की लड़ाई- इंदौर शहर और इंदौर ग्रामीण में अब तक जिला अध्यक्ष के नाम का एलान नहीं होने के पीछे बड़ा कारण पार्टी के बड़े नेताओं के बीच सांमजस्य की कमी और अहम की लड़ाई बताया जा रहा है। पहले बात करें इंदौर ग्रामीण की। इंदौर ग्रामीण से भाजपा जिला अध्यक्ष के सबसे तगड़े दावेदार वर्तमान जिला अध्यक्ष चिंटू वर्मा ही है। पार्टी के सीनियर नेता और मंत्री कैलाश विजयवर्गीय चिंटू वर्मा को फिर से इंदौर ग्रामीण का अध्यक्ष बनवाना चाह रहे है।

वहीं इंदौर ग्रामीण से जिला अध्यक्ष की रायशुमारी को लेकर अंतर दयाल का नाम भी आगे आया है। अंतर दयाल के समर्थन में सिंधिया समर्थक मंत्री तुलसीराम सिलावट औऱ विधायक उषा ठाकुर है। बताया जा रहा है कैलाश विजयवर्गीय अंतर दयाल के नाम पर सहमत नहीं है और वह किसी भी कीमत पर चिंदू वर्मा को जिला अध्यक्ष बनाना चाह रहे है। वहीं अब तक इंदौर ग्रामीण से जिला अध्यक्ष के नाम का एलान नहीं होने के बाद अब चिंटू वर्मा के नाम पर पेंच फंसता नजर आ  रहा है।

वहीं इंदौर शहर से भाजपा जिला अध्यक्ष को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के साथ संघ का भी दखल है। इंदौर शहर जिला अध्यक्ष की दावेदारी में दीपक जैन (टीनू) के साथ सुमित मिश्रा के साथ मुकेश रजावत का नाम शामिल है। इसके साथ वर्तमान जिला अध्यक्ष गौरव रणदिवे भी एक और कार्यकाल पाने के लिए एंड़ी चोटी का जोर लगा रहे है, उनके समर्थन में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा है। इंदौर शहर जिला अध्यक्ष के लिए मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने दीपक जैन टीनू का नाम आगे बढ़ाया है। वहीं रमेश मेंदोला, महेंद्र हार्डिया सुमित मिश्रा को जिला अध्यक्ष बनवाना चाह रहे है। वहीं इंदौर के प्रभारी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मुकेश राजावत का नाम आगे बढ़ाया है, वहीं इंदौर शहर अध्यक्ष के चुनाव में संघ की पंसद को भी तरजीह दी जाएगी।ऐसे में दिव्या गुप्ता भी जिला अध्यक्ष का नाम आगे आ सकता है।

ग्वालियर-चंबल में जिला अध्यक्ष पर तनातनी-इंदौर के साथ ग्वालियर-चंबल में भी भाजपा के जिला अध्यक्ष को  लेकर तनातनी है। ग्वालियर शहर अध्यक्ष पद पर जिस तरह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के करीबी जयप्रकाश राजौरिया को बैठाया गया है उससे जिला अध्यक्ष के चुनाव में रायशुमारी की पूरी प्रक्रिया को दरकिनार कर दिया गया। वहीं ग्वालियर ग्रामीण जिला अध्यक्ष पद पर अब तक नाम का एलान नहीं होना ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर के खेमे का आमने-सामने होना बताया जा रहा है। 

इसी तरह शिवपुरी में जिस तरह से सिंधिया के करीबी जसमंत जाटव को पार्टी का संविधान दरकिनार करके जिला अध्यक्ष बनाया गया, उससे शिवपुरी में पूरे भाजपा संगठन के दो खेमों में बिखरने का खतरा मंडराने लगा है। खुद भाजपा विधायक रमेश खटीक ने जसमंत जाटव का खुलकर विरोध कर दिया है। भाजपा विधायक रमेश खटीक ने कहा कि जसवंत जाटव ने विधानसभा चुनाव के दौरान उनका खुलकर विरोध किया था और इसके प्रमाण भी उनके पास है, इसलिए वह जिला अध्यक्ष के  पद के योग्य नहीं है। भाजपा विधायक ने कहा कि जसमंत जाटव के नाम को लेकर मैंने आपत्ति दर्ज कराई थी और कहा था कि कोई ऐसा व्यक्ति जिला अध्यक्ष बने जिसकी छवि साफ हो और वह सबको साथ लेकर चले।

सागर में दिग्गजों की पंसद को तरजीह- वहीं भाजपा ने सागर में पहली बार दो जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की है। पार्टी ने सागर शहर से श्याम तिवारी को जिला अध्यक्ष बनाया है जो कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के करीबी है। वहीं सागर ग्रामीण से रानी कुशवाह को पहला जिला अध्यक्ष बनाया है, जो भाजपा के दिग्गज नेता गोपाल भार्गव के खेमे से आती है। ऐसे में सागर शहर में गोविंद सिंह राजपूत के करीबी श्याम तिवारी को  जिला अध्यक्ष ने पार्टी के  सीनियर नेता और पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह के विरोध के फिर दरकिनार कर दिया है। गौरतलब है कि भूपेंद्र सिंह पूर्व सांसद राजबहादुर सिंह को शहर अध्यक्ष बनवाना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने संगठन में अपनी बात भी रखी थी। लेकिन पार्टी ने उनकी मांग को सिरे से खारिज कर दिया है।
 
ये भी पढ़ें
जनरल वीके सिंह ने ली मिजोरम के राज्यपाल के रूप में शपथ, हरि बाबू कंभमपति का लेंगे स्थान