मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 4 अगस्त को जनसेवा मित्रों से करेंगे संवाद
भोपाल। युवाओं को आगे रखकर प्रदेश विकास की नई तहरीर लिखने की तरफ कदम बढ़ा चुके मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर युवाओं के बीच होंगे। मुख्यमंत्री 4 अगस्त को लाल परेड ग्राउण्ड भोपाल में करीब 10 हजार से ज्यादा युवाओं से चर्चा करेंगे। प्रदेश भर से चुने गए जन-सेवा मित्रों को नियुक्ति-पत्र देंगे। इस दौरान वे जन-सेवा मित्र भी मौजूद रहेंगे, जो पिछले 6 माह से प्रदेश के हर ब्लॉक तक पहुँचकर जन-सेवा कर रहे हैं। वर्तमान में सभी 52 जिलों के 313 ब्लॉक में करीब 4695 जनसेवा मित्र काम कर रहे हैं।
यह हैं जनसेवा मित्र- अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान द्वारा तैयार किए गए दुनिया के अभिनव और अनूठे प्रशिक्षण कार्यक्रम "मुख्यमंत्री युवा इंटर्नशिप प्रोग्राम" में 18 से 29 आयुवर्ग के स्नातक और स्नातकोत्तर युवाओं को शामिल किया गया है। सीखने के दौरान कमाई का अवसर देते हुए चुने गए सभी इंटर्न को 8 हजार रुपए प्रति माह का मानदेय भी दिया जा रहा है। अब मुख्यमंत्री युवा इंटर्नशिप प्रोग्राम के दूसरे बैच में कुल 9390 जनसेवा मित्र कार्य करेंगे।
किया वादा, निभाया भी- पिछले बूटकैंप में सीएम शिवराज ने युवाओं से वादा किया था कि 6 माह की इंटर्नशिप पूरी होने पर उनका कार्यकाल बढ़ाया जाएगा। साथ ही मानदेय 8 हजार से बढ़ाकर 10 हजार रुपए कर दिया जाएगा। अपने इस वादे को पूरा करते हुए सीएम ने प्रदेश के 313 ब्लॉक में तैनात 4695 जनसेवा मित्रों का कार्यकाल 6 माह के लिए बढ़ा दिया है। साथ ही उनका मानदेय भी अब 10 हजार रुपए कर दिया गया है।
क्या किया है, क्या करेंगे जनसेवा मित्र-फरवरी माह में नियुक्त किए गए जनसेवा मित्रों ने प्रदेश सरकार की विकास यात्रा के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने प्रदेश की करीब 16 हजार पंचायतों तक पहुंच बनाकर लोगों तक विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जन-जन और वास्तविक हितग्राहियों तक पहुंचाने में सफलता हासिल की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की महत्वाकांक्षी योजना लाड़ली बहना योजना के सर्वे के दौरान उन्होंने करीब 21 लाख महिलाओं से संपर्क किया। ई-केवाइसी करने में जनसेवा मित्रों ने सहयोग दिया। प्रदेशभर से करीब 5 लाख 8 हजार से ज्यादा महिलाओं को आवेदन करने में उन्होंने मदद की है। जनसेवा अभियान 2.0 के दौरान उन्होंने विशेष ग्राम-सभा आयोजन भी किए। इन युवाओं को दुनियाभर की नामी कंपनियों और संस्थाओं से विश्वस्तरीय कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से मजबूत बनाने की भी सरकार की मंशा है।