Mauganj Controversy News : मध्यप्रदेश के मऊगंज जिले के गड़रा गांव में हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री यादव ने पुलिस की टीम पर हुए हमले में शहीद हुए एएसआई रामचरण गौतम के प्रति गहरी शोक संवेदनाएं व्यक्त कीं। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया X पर इस मामले में एक पोस्ट करते हुए कहा है कि इस तरह की अमानवीय और दुर्भाग्यपूर्ण घटना के सभी आरोपियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। गांव में अतिरिक्त पुलिस बल वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पहुंच गया है और रात्रि में स्थिति नियंत्रण में आ गई। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।
खबरों के अनुसार, मध्यप्रदेश के मऊगंज जिले के गड़रा गांव में हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया X पर एक पोस्ट करते हुए कहा है कि इस तरह की अमानवीय और दुर्भाग्यपूर्ण घटना के सभी आरोपियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री यादव ने पुलिस की टीम पर हुए हमले में शहीद हुए एएसआई रामचरण गौतम के प्रति गहरी शोक संवेदनाएं व्यक्त कीं।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया X पर कहा कि मऊगंज जिले में शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में दो गुटों के आपसी विवाद की सूचना पर पहुंचे तहसीलदार, थाना प्रभारी सहित पुलिस की टीम पर हुए दुर्भाग्यपूर्ण हमले में हमारी पुलिस के एक एएसआई श्री रामचरण गौतम की जवाबी कार्रवाई में दुःखद मृत्यु हुई है। मेरी गहरी शोक संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ है।
घटना में अन्य घायल पुलिसकर्मियों को उपचार के लिए रीवा चिकित्सालय भेजा गया है। घटना के तुरंत बाद क्षेत्र में धारा 163 लागू कर डीआईजी रीवा, एसपी मऊगंज सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। एडीजी रीवा जोन मौके पर पहुंच रहे हैं, साथ ही मैंने डीजी पुलिस को मौके पर पहुंचकर पर्यवेक्षण के लिए निर्देशित किया है। इस तरह की अमानवीय एवं दुर्भाग्यपूर्ण घटना के सभी आरोपियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के मऊगंज जिले के गडरा गांव में कल एक युवक को बंधक बनाकर पीटे जाने से उसकी मौत हो गई और इस बवाल की सूचना मिलने पर पहुंचे पुलिस दल पर भी ग्रामीणों ने हमला कर दिया। इसमें एक सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) रामचरण गौतम शहीद हो गए और कम से कम चार पुलिस कर्मचारी घायल हो गए।
पुलिस सूत्रों के अनुसार शाहपुर थाना क्षेत्र के तहत आने वाले गडरा गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। देर रात स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया और कुछ हमलावरों को हिरासत में लिया गया है। घायल पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों और एक नायब तहसीलदार को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सूत्रों ने कहा कि कुछ समय पहले एक सड़क हादसे में एक आदिवासी व्यक्ति की मौत हो गई थी। गांव के लोगों ने इसी घटना के सिलसिले में सनी द्विवेदी नाम के व्यक्ति को बंधक बना लिया और उसे गांव में एक कमरे में बंद करके पीटा गया। इसकी सूचना मिलने पर शाहपुर थाना प्रभारी मौजूद दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। वहां देखा तो युवक की मौत हो चुकी थी और ग्रामीण आक्रोशित थे। ग्रामीणों ने पुलिस बल पर भी हमला कर दिया। वे धारदार हथियार और लाठी आदि लिए थे।
इस हमले के कारण कम से कम चार पांच पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों को गंभीर चोट पहुंची। दल में शामिल अधिकारियों कर्मचारियों ने किसी तरह अपने आप को बचाते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सूचना दी। इसके बाद और पुलिस बल मौके पर पहुंचा। हमले के शिकार पुलिस कर्मचारियों को अस्पताल लाया गया, जहां एएसआई रामचरण गौतम को मृत घोषित कर दिया गया।
शेष घायल पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों को इलाज के लिए मऊगंज के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गांव में अतिरिक्त पुलिस बल वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पहुंच गया है और रात्रि में स्थिति नियंत्रण में आ गई। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। रीवा रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक साकेत पांडे के अनुसार, एक एएसआई (सहायक उपनिरीक्षक) समेत दो लोगों की मौत हुई है और अन्य पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आई हैं।
मऊगंज जिलाधिकारी अजय श्रीवास्तव और पुलिस अधीक्षक रचना ठाकुर ने एक वीडियो संदेश में बताया कि भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 (सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने और गड़बड़ी को रोकने) को क्षेत्र में लागू कर दिया गया है। कलेक्टर ने बताया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।
Edited By : Chetan Gour