Last Modified: नई दिल्ली (भाषा) ,
रविवार, 10 मई 2009 (21:43 IST)
असफल रहा 'पप्पू अभियान'
चुनाव आयोग द्वारा पप्पू अभियान में लाखों रुपए खर्च करने के बावजूद दिल्ली में हालिया लोकसभा चुनाव की सात लोकसभा सीटों के लिए 1.1 करोड़ मतदाताओं में से केवल 52 फीसदी ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
नवंबर में हुए विधानसभा चुनावों में पप्पू अभियान की सफलता को देखते हुए मतदाताओं को रिझाने के लिए बड़े पैमाने पर चुनाव आयोग ने यह अभियान चलाया, ताकि खासतौर पर युवा मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करें।
मुख्य चुनाव आयुक्त सतबीर एस. बेदी ने बताया इस अभियान में कुल कितना खर्च हुआ, इसकी गणना तो नहीं की गई है, लेकिन तकरीबन नब्बे लाख रुपए खर्च हुआ है। जो नवंबर में विधानसभा चुनावों में हुए खर्च के बराबर है।
उन्होंने कहा हमें पप्पू अभियान की लोकप्रियता को देखते हुए उम्मीद थी कि करीब 55 फीसदी मतदान होगा, लेकिन लोकसभा चुनाव में मतदाता अलग तरह से निर्णय करते हैं और 52 फीसदी मतदान भी बुरा नहीं है।