गुरुवार, 25 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. लोकसभा चुनाव 2019
  3. लोकसभा चुनाव परिणाम 2019
  4. Kota Lok Sabha Election 2019 Live Result
Written By

कोटा लोकसभा चुनाव 2019 परिणाम

कोटा लोकसभा चुनाव 2019 परिणाम । Kota Lok Sabha Election 2019 Live Result - Kota Lok Sabha Election 2019 Live Result
[$--lok#2019#state#rajasthan--$]
प्रमुख प्रतिद्वंद्वी : ओम बिरला (भाजपा), रामनारायण मीणा (कांग्रेस)
 
कोटा से भाजपा ने 2014 में जीते प्रत्याशी ओम बिरला को एक बार फिर से टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने रामनारायण मीणा को उनके सामने खड़ा किया है। बिरला राजस्थान से एक राजनीतिज्ञ और वर्तमान में कोटा लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से 16वीं लोकसभा के सांसद हैं। वे 2008 में तेहरवीं राजस्थान विधान सभा हेतु कोटा दक्षिण से भी विधायक रह चुके हैं। 
[$--lok#2019#constituency#rajasthan--$]
 
परिचय : कोटा चंबल नदी के तट पर बसा राजस्थान का एक प्रमुख औद्योगिक एवं शैक्षणिक शहर है। यह अनेक किलों, महलों, संग्रहालयों, मंदिरों और बगीचों के लिए लोकप्रिय है। यह भारत का एकमात्र ऐसा शहर है जहां देश के हर कोने के लोग रहते हैं। इसे राजस्थान के सबसे शिक्षित जिले का तमगा भी हासिल है। 
 
जनसंख्‍या : साल 2011 की जनगणना के मुताबिक कोटा की जनसंख्‍या 10 लाख 1 हजार 694 है। हालांकि एक अनुमान के मुताबिक यहां की जनसंख्‍या 22 लाख से ज्‍यादा है। 
 
अर्थव्यवस्था : कोटा राजस्थान का एक प्रमुख औद्योगिक एवं शैक्षणिक शहर है जहां औद्योगीकरण बड़े पैमाने पर हुआ है। यहां के मॉल पूरे भारत में प्रसिद्ध हैं। कोटा आर्थिक रूप से मुख्यत: शिक्षा क्षेत्र पर निर्भर है। यहां आईआईटी, जेईन और नीट आदि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए देशभर से हजारों की संख्‍या में बच्चे आते हैं। 
 
भौगोलिक स्थिति : कोटा चंबल नदी के पूर्वी तट पर स्थित है। यह राजस्थान के दक्षिणी भाग में आता है। यहां का क्षेत्रफल है 12436 वर्ग किलोमीटर है। यह नगर जयपुर-जबलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 12 पर स्थित है। 
 
16वीं लोकसभा में स्थिति : वर्तमान में कोटा लोकसभा सीट से भाजपा के ओम बिड़ला सांसद हैं। उन्होंने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के इज्यराज सिंह को हराया था। कांग्रेस के ओंकारलाल बैरवा (1957-71) यहां सर्वाधिक समय तक सांसद रहे। 
 
राजस्थान के बारे में : राजस्थान में 25 लोकसभा सीटें हैं और 2014 के चुनाव में कांग्रेस यहां अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी। आमतौर पर यहां मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही होता है और इस समय राज्य में कांग्रेस की सरकार है। यहां भाजपा ने एक सीट नवगठित पार्टी के नेता हनुमान बेनीवाल के लिए छोड़ी है।