रविवार, 22 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. लाइफ स्‍टाइल
  2. »
  3. साहित्य
  4. »
  5. विजयशंकर की कविताएँ
Written By WD

कदम आते हैं

कदम आते हैं -
विजयशंकर चतुर्वेदी
WDWD
कदम आते हैं घिसटते हुए
लटपटाते हुए कदम आते हैं

कदम आते हैं बूटदार
खड़ाऊदार कदम आते हैं

कदम आते हैं लहराते हुए
डगमगाते हुए कदम आते हैं

कदम आते हैं सधे हुए
ठहरे हुए कदम आते हैं

कदम आते हैं जमीन पर जमते हुए
जमीन पर जमते हुए कदम जाते हैं।