16 साल में 4 बार भारतीय कोच के लिए अर्जी डाल चुका है यह ऑस्ट्रेलियाई पूर्व ऑलराउंडर, पहली बार ग्रेग चैपल से मिली थी मात
सिडनी:जब जब टीम इंडिया के कोच बनने की बात सामने आती है तब तब टॉम मूडी का नाम हमेेशा सामने आया है। साल 2005, 2012, 2019 और अब जिस नाम का जिक्र भारत का कोच बनने में सामने आ रहा है वह कोई और नहीं टॉम मूडी हैं।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व आलराउंडर टॉम मूडी चौथी बार भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच पद के लिये आवेदन कर सकते हैं।फॉक्सस्पोर्ट्स.कॉम.एयू की रिपोर्ट में कहा गया है, ऐसा समझा जाता है पूर्व विश्व कप विजेता और अब नामी कोच की निगाह भारतीय टीम के कोच पद पर टिकी हैं जो कि टी20 विश्व कप के बाद रवि शास्त्री का कार्यकाल समाप्त होने पर खाली हो रहा है।
अभी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में सनराइजर्स हैदराबाद के साथ क्रिकेट निदेशक के रूप में काम कर रहे 56 वर्षीय मूडी पूर्व में भारतीय टीम का कोच बनने में दिलचस्पी दिखा चुके हैं। उन्होंने इससे पहले 2017 और 2019 सहित तीन बार भारतीय कोच पद के लिये आवेदन किया था लेकिन कभी उनके नाम पर विचार नहीं किया गया।
शास्त्री का भारतीय मुख्य कोच के रूप में कार्यकाल टी20 विश्व कप तक ही है तथा यह 59 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि वह सेवा विस्तार के लिये नहीं कहेंगे। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) अब नये कोच की तलाश में है।
मूडी 2013 से 2019 तक सनराइजर्स के मुख्य कोच रहे और इस बीच फ्रेंचाइजी ने 2016 में अपना एकमात्र खिताब भी जीता। तब मूडी के हमवतन डेविड वार्नर उसके कप्तान थे।
उनकी जगह इंग्लैंड के विश्व कप विजेता कोच ट्रेवर बेलिस को सनराइजर्स का कोच बनाया गया था लेकिन फ्रेंचाइजी ने उन्हें क्रिकेट निदेशक नियुक्त किया था। वह श्रीलंकाई टीम को भी कोचिंग दे चुके हैं।
वॉर्नर के बाहर होने पर किया खुलासारिपोर्ट के अनुसार मूडी की भारतीय टीम का कोच बनने की आकांक्षा ने वार्नर को इस सत्र के शुरू में कप्तानी से हटाने और फिर उन्हें आखिर के कुछ मैचों से अंतिम एकादश से बाहर करने में अहम भूमिका निभायी।
इसमें कहा गया है, ऐसा समझा जाता है कि सनराइजर्स के मालिकों का बीसीसीआई में काफी प्रभाव है और वे वार्नर को पिछले कुछ मैचों से बाहर रखने और युवाओं को मौका देने के फैसले की व्याख्या कर सकते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है, वार्नर से भी कई अन्य आईपीएल फ्रेंचाइजी ने संपर्क किया है जो इस धाकड़ बल्लेबाज को अंतिम एकादश से बाहर करने के फैसले से हैरान हैं।
ग्रेग चैपल ने हराया था मूडी कोऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर मूडी 2005 में भी भारतीय कोच की होड़ में शामिल थे लेकिन अपने ही देश के ग्रेग चैपल से मात खा गए थे। इस हार को मूडी पचा नहीं पाए थे और बाद में उन्होंने बयान दिया था कि अब उनको प्रस्ताव आता भी है तो वह इसे स्वीकारेंगे नहीं। मूडी ऐसा जिम्मा संभालने के मूड में नहीं दिखे, जिसमें उन्हें काफी अंतरराष्ट्रीय दौरे करने पड़े। इसके अलावा मीडिया और प्रशंसकों के दबाव को झेलें।
मूडी फिर श्रीलंका के कोच बने थे और टीम को 2007 विश्वकप के फाइनल तक ले गए थे।इसके बाद उन्होंने पश्चिम ऑस्ट्रेलिया टीम का कोच बनने की पेशकश को स्वीकार कर लिया था। मूडी आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब और सनराइजर्स हैदराबाद के कोच भी रह चुके हैं।