क्यों फिट रोहित शर्मा से टेस्ट सीरीज में ज्यादा उम्मीद लगाना है बेमानी ?
रोहित शर्मा वनडे में एक अलग स्तर के बल्लेबाज हैं और टेस्ट में अलग। इतना फर्क शायद ही किसी खिलाड़ी में देखने को मिला। दिलचस्प बात तो यह है कि हाल के वर्षो में ही रोहित शर्मा टेस्ट में थोड़ा बहुत फॉर्म पा सके हैं वह भी भारतीय पिचों पर ।
ज्यादातर क्रिकेट फैंस का मानना है कि विराट कोहली की अनुपस्थिति में टीम इंडिया की अतिरिक्त जिम्मेदारी रोहित शर्मा उठाएंगे। पर सवाल यह उठता है कि क्या उनके कंधे इतने मजबूत है कि सफेद लिबास में वह कोहली की कमी पूरी कर सकें।
अगर रोहित शर्मा पूरी तरह फिट हो भी गए और अंतिम दो टेस्ट मैचों में उन्हें अंतिम ग्यारह में जगह मिल भी गई तो क्या वह वही प्रदर्शन दिखा पाएंगे जो वनडे या टी-20 में दिखाते हैं।
आंकड़ो के हिसाब से देखें तो लगता है कि रोहित बेशक यह कर सकते हैं। अब तक खेले गए 32 टेस्ट मैचों में रोहित शर्मा ने 46 की औसत से 2141 रन बनाए हैं। इसमें 6 शतक और एक दोहरा शतक है।
लेकिन इन आंकड़ों का दूसरा पहलू देखें तो रोहित की बड़ी पारियां वेस्टइंडीज श्रीलंका जैसी टीमों के खिलाफ आया है। अगर किसी बड़ी टीम के खिलाफ उन्होंने शतक लगाया भी है तो वह भारतीय पिच पर ।
टेस्ट रैंकिग में सोलहवें स्थान पर काबिज रोहित शर्मा को न केवल ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की गति बल्कि उनकी गेंदो की स्विंग भी परेशान करने वाली है, और अगर ऑस्ट्रेलिया ने ग्रीन टॉप पिच तैयार कर दी तो फिर रोहित शर्मा के लिए बॉडर गावस्कर सीरीज बहुत मुश्किल हो सकती है। (वेबदुनिया डेस्क)